ग्वादर में 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारी गिरफ्तार, सुरक्षा के नाम पर जबरदस्ती से बौखलाए स्थानीय नागरिक
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

ग्वादर में 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारी गिरफ्तार, सुरक्षा के नाम पर जबरदस्ती से बौखलाए स्थानीय नागरिक

पुलिस की बनाई गईं 'बेवजह की जांच चौकियों' के विरुद्ध लोग सड़कों पर उतरकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। इसी सिलसिले में वहां का कारोबार ठप पड़ा है, बाजार और दुकानें बंद हैं

by WEB DESK
Dec 31, 2022, 08:15 pm IST
in विश्व
ग्वादर में विरोध प्रदर्शन में जुटी भीड़

ग्वादर में विरोध प्रदर्शन में जुटी भीड़

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पाकिस्तान के कथित चीनी कब्जे वाले बंदरगाह शहर ग्वादर में चीन विरोधी प्रदर्शन कर रहे करीब 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करने का समाचार है। वहां सरकार ने ऐसी सख्ती अपनाई हुई है कि लगातार पांचवे दिन भी मोबाइल सेवाएं ठप रखी गई हैं। कानून व्यवस्था के नाम पर पुलिस की भारी तैनाती की गई है। इतना ही नहीं, शहर में धारा 144 लगाकर पांच से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाई गई है।

बंदरगाह ग्वादर में चीन के कथित कब्जे के विरोध में कई दिनों से प्रदर्शनकारी सरकार विरोधी प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका विरोध असल में चीन की सरपरस्ती में चल रही ग्वादर परियोजना और वहां रहने वाले 500 से ज्यादा चीनियों को लेकर है। इसी को देखते हुए सरकार ने वहां सख्त रवैया अपनाना शुरू किया है। वहां पुलिस की बनाई गईं ‘बेवजह की जांच चौकियों’ के विरुद्ध लोग सड़कों पर उतरकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। इसी सिलसिले में वहां का कारोबार ठप पड़ा है, बाजार और दुकानें बंद हैं। यह ताजा जानकारी पाकिस्तान के अंग्रेजी दैनिक द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के हवाले से आई है।

रिपोर्ट के अनुसार, ग्वादर तथा आस-पास के इलाकों में सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई थी। शहर में कानून व्यवस्था बना रहे इसके नाम पर पुलिस का जबरदस्त अमला तैनात किया गया है। रिपोर्ट बताती है कि स्थानीय सरकार ने ग्वादर में हथियारों के साथ प्रदर्शन करने पर पाबंदी लगा दी है।

उधर गिलगित बाल्टिस्तान क्षेत्र में लोग पाकिस्तान सेना के विरोध में उतरे हुए हैं। वे नारे लगाकर अपना विरोध प्रकट कर रहे हैं। स्थानीय नागरिक सेना की जबरदस्ती और मनमानी से गुस्से में हैं। लेकिन प्रांत की सरकार भी प्रदर्शनकारियों पर सख्त कदम उठा रही है। प्रतिबंधों के नाम पर वहां आपातकालीन कानून लागू कर दिया गया है। द डॉन में छपी खबर बताती है कि ग्वादर में धारा 144 लागू किए जाने के अगले दिन ही 100 से ज्यादा लोगों को पकड़ा गया है।

गिलगित बाल्टिस्तान क्षेत्र में लोग पाकिस्तान सेना के विरोध में उतरे हुए हैं। वे नारे लगाकर अपना विरोध प्रकट कर रहे हैं। स्थानीय नागरिक सेना की जबरदस्ती और मनमानी से गुस्से में हैं। लेकिन प्रांत की सरकार भी प्रदर्शनकारियों पर सख्त कदम उठा रही है।

बलूचिस्तान में प्रांतीय सरकार के गृह विभाग का बयान कहता है, ‘ग्वादर में सभी तरह की रैलियों आदि के साथ ही पांच या उससे ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगाई जाती है। यहां बता दें कि ग्वादर में धारा 144 लागू होने के बाद भी ‘हक दो तहरीक’ के कार्यकर्ता और समर्थक अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं। अब उनकी मांग है कि पकड़े गए कार्यकर्ताओं को फौरन रिहा किया जाए।

कई स्थानों पर तहरीक के समर्थकों की सुरक्षाबलों से संघर्ष भी हुआ है। बंदरगाह के इस शहर में तनाव पैदा हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने मकरान डिवीजन को अन्य जिलों से जोड़ते मुख्य राजमार्ग को जाम कर दिया। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, प्रांत की सरकार ने जमाते-इस्लामी के नेता लियाकत बलूच से बात की थी, जिससे कि हालात पर काबू पाया जा सके। बताया जाता है कि स्थानीय लोगों की शिकायतों पर संभवत: सरकार कोई कदम उठाए। अगर ऐसा नहीं होता तो, क्षेत्र में स्थिति सामान्य होने के आसार कम ही हैं।

Topics: ग्वादरपाकिस्तानबंदरगाहPakistantahreekehaqप्रदर्शनकारीantiProtestportagitationgwadarChinaangryarrestrally
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ईरान से निकाले गए अफगान शरणा​र्थी   (फाइल चित्र)

‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के परखच्चे उड़ा रहे Iran-Pakistan, अफगानियों को देश छोड़ने का फरमान, परेशानी में ​Taliban

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि 'यदि भारत और पाकिस्तान के बीच समग्र वार्ता होती है, तो पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के प्रत्यर्पण का विरोध नहीं करेगा'

जिहादी हाफिज के बेटे तलहा ने Bilawal को बताया ‘नाम का मुसलमान’, बेनजीर पुत्र के विवादित बयान पर खिचीं तलवारें

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

DU के सिलेबस में बदलाव

DU के सिलेबस में बदलाव: अब पढ़ाया जाएगा सिखों की शहादत, हटाए गए इस्लाम-चीन-पाक चैप्टर

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies