प्रयागराज जनपद के सैम हिंगम्बॉटम यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक अधिकारी विनोद बिहारी लाल ने पुलिस का नोटिस मिलने के बाद फतेहपुर पुलिस के सामने उपस्थित होकर अपना बयान दर्ज कराया। विनोद बिहारी लाल अपने अधिवक्ता के साथ बयान देने गया था। बताया जा रहा है कि कन्वर्जन के इस मामले में लन्दन से फंडिंग की बात सामने आई है।
उल्लेखनीय है कि पुलिस की विवेचना में सैम हिंगम्बॉटम यूनिवर्सिटी के विवादित कुलपति राजेंद्र बिहारी लाल, प्रशासनिक अधिकारी विनोद बिहारी लाल एवं चांसलर डॉ. जेट्टी ए ओलीवर का नाम फतेहपुर जनपद के कन्वर्जन के मामले में सामने आया है। फतेहपुर पुलिस को विवेचना के दौरान साक्ष्य मिले हैं। पुलिस ने तीनों से पूछताछ करने के लिए नोटिस भेजा था। नोटिस तामील होने के बाद विनोद बिहारी लाल अपने अधिवक्ता के साथ बयान देने के लिए पहुंचा था। गत दिनों पुलिस की नोटिस स्पष्ट कहा गया था कि नियत तिथि पर उपस्थित होकर विवेचना में सहयोग करें अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई प्रारम्भ की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि यह पूरा मामला प्रदेश के फतेहपुर का है जहां शहर के हरिहरगंज स्थित इमैजिकल चर्च में 14 अप्रैल 2022 को सामूहिक कन्वर्जन कराए जाने के मामले में फतेहपुर पुलिस ने 35 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। आरोप है कि नौकरी, बेहतर शिक्षा, रोजगार और घर देने का प्रलोभन देकर करीब 35 लोगों का कन्वर्जन कराया गया था। पुलिस की विवेचना में कन्वर्जन के इस मामले में प्रयागराज के नैनी में स्थित सैम हिंगम्बॉटम यूनिवर्सिटी के कुलपति आरबी लाल,चांसलर डॉ। जेट्टी ए ओलीवर,प्रशासनिक अधिकारी विनोद की भूमिका कन्वर्जन के मामले में सामने आई है।
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