पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की बदतर हालत पर आए दिन समाचार, रिपोर्ट और शोध सामने आते रहे हैं। वहां विशेषकर हिन्दू धर्म के लोगों की दयनीय हालत किसी से छिपी नहीं है। यहां आए दिन हिंदू बच्चियों और महिलों को इस्लामवादी प्रताड़ित करते रहते हैं, उन्हें अगवा करके जबरन कन्वर्ट करते हैं और निकाह करा देते है, निकाह से इंकार करने पर उनका बलात्कार कर उनकी निर्मम हत्या भी कर देते हैं।
ऐसा ही एक हैवानियत का एक मंजर देखने को मिला है पाकिस्तान के सिंझोरो शहर में। यहां बुधवार को 40 साल की हिंदू महिला का बलात्कार कर उसकी निर्मम हत्या कर दी गई है। इस खबर की जानकारी हिंदू समुदाय से पाकिस्तान की पहली महिला सीनेटर कृष्णा कुमारी ने ट्वीट कर दी।
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हत्यारों ने महिला का सिर काटकर उसके स्तन उसके शरीर से अलग कर दिए इसके बाद मृतक महिला के चेहरे से उसकी खाल भी उतार दी। जानकारी के अनुसार मृतक महिला की पहचान हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय की दया भील के रुप में हुई है, जो 40 वर्ष की विधवा महिला थी उसके चार बच्चे भी है, मृतका सिंध की सिंझोरो की रहने वाली है।
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घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय अल्पसंख्यकों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उन्होंने पुलिस से जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। मामले की सूचना के बाद पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया।
वहीं इस मामले को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस मामले की हमारे पास फिलहाल कोई स्पेसिफिक जानकारी नहीं है। लेकिन पाकिस्तान के ये जिम्मेदारी बनती है की वह अपने यहां के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करें।
डर के साए में जीने को मजबूर अल्पसंख्यक
गौरतलब है पाकिस्तान में अल्पसंख्यक डर के साए में जी रहे हैं। इंटरनेशनल फोरम फॉर राइट्स एंड सोसाइटी (IFFRAS) के मुताबिक, पाकिस्तान में जबरन धर्मांतरण और शादी के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। इसकी वजह से हिंदू और ईसाई परिवारों को उनकी बेटियों को छीने जाने का डर लगातार सताता रहता है।
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