पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के सामने अरुणाचल प्रदेश से सिक्किम तक तैनात चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों में भी तेजी से कोरोना संक्रमण फ़ैल रहा है। बर्फीली पहाड़ियों पर तैनात चीनी सैनिकों में कोरोना का प्रसार रोकने के लिए ऐहतिहाती कदम उठाये जा रहे हैं। संक्रमित चीनी सैनिकों को अस्पतालों में लाने के लिए पिछले एक सप्ताह में 156 हेलीकॉप्टर उड़ानें भरी गईं हैं।
इस समय लद्दाख में तापमान माइनस 12 पहुंच गया है। उच्च ऊंचाइयों वाली पहाड़ियों पर तापमान गिरकर शून्य से 30 डिग्री नीचे चला गया है। इस दौरान तेज हवा और अत्यधिक ठंड की स्थिति और खराब होती जा रही है। मौसम में तेजी से बदलाव आने की वजह से चीनी सैनिक ऑक्सीजन की कमी से बेहोश होने लगे हैं। लद्दाख में शून्य से नीचे गिरते तापमान के चलते चीनी सेना ने अपने करीब 10 हजार सैनिकों को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से हटा लिया है। चीन ने पूर्वी लद्दाख में पड़ रही भीषण ठंड की वजह से भारतीय सीमा के पास 200 किलोमीटर के दायरे से अपने सैनिक हटाए हैं।
पूर्वी लद्दाख में भारतीय सीमा के पास जिस इलाके में चीनी सैनिक पारंपरिक रूप से प्रशिक्षण लिया करते थे, अब वो जगह खाली दिख रही है। लगातार बीमार होने पर बेहद ठंड और कठिन हालात की वजह से चीनी सैनिकों को लद्दाख की बर्फीली पहाड़ियां छोड़कर भागना पड़ा है। इस बीच चीन में कोरोना संक्रमण से खराब हो रहे हालात का असर पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के सामने अरुणाचल प्रदेश से सिक्किम तक तैनात चीनी सैनिकों पर भी दिख रहा है। दरअसल, ठंड की वजह से सीमा पर तैनाती में बदलाव किये जाने और हटाये गए 10 हजार सैनिकों की जगह नए तैनात किये गए चीनी जवानों के कारण कोरोना संक्रमण तेजी से फैला है।
पीएलए के सैनिकों में तेजी से कोरोना संक्रमण फ़ैलने पर बर्फीली पहाड़ियों पर तैनात चीनी सैनिकों को हटाया जा रहा है। मामूली लक्षणों वाले सैनिकों में कोरोना का प्रसार रोकने के लिए ऐहतिहाती कदम उठाये जा रहे हैं। गंभीर रूप से संक्रमित चीनी सैनिकों को तैनाती से हटाने के लिए हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है। कोरोना संक्रमितों को चीन के अस्पतालों में लाने के लिए पिछले 1 सप्ताह में 156 हेलीकॉप्टर उड़ानें भरी गईं हैं। पीएलए की डेली कमेंट्री में सैनिकों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए विशेष उपाय करने का आह्वान किया है, क्योंकि देशभर में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है।
चीनी सेना के एक बयान में कहा गया है कि हमें अधिकारियों और सैनिकों के स्वास्थ्य की रक्षा सबसे बड़ी सीमा तक करनी है। युद्ध की तैयारी और प्रशिक्षण के लिए तैयार किये गए सैनिकों पर महामारी के प्रभाव को कम करना है, ताकि वे हर समय युद्ध के लिए तैयार रह सकें। पूरी सेना को सैन्य प्रशिक्षण और लड़ाई की तैयारी पर केंद्रित विभिन्न कार्यों में अपनी जिम्मेदारी और तात्कालिकता की भावना को और बढ़ाना चाहिए। नई स्थिति का सामना करते हुए महामारी नियंत्रण और युद्ध की तैयारी का समन्वय कैसे किया जाए, इस पर विचार किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण ने चीन की जहाज निर्माण योजनाओं को भी प्रभावित किया है।
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