'चीनियो, ग्वादर छोड़ो', ग्वादर में चीनी लोगों के विरुद्ध बढ़ रहा गुस्सा
July 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

‘चीनियो, ग्वादर छोड़ो’, ग्वादर में चीनी लोगों के विरुद्ध बढ़ रहा गुस्सा

बलूचिस्तान सूबे के ग्वादर में चीन की कई बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं। इसी वजह से वहां बड़ी संख्या में चीनी मजदूर और अधिकारी रह रहे हैं जो स्थानीय लोगों के गुस्से के निशाने पर हैं

by WEB DESK
Dec 24, 2022, 03:00 pm IST
in विश्व
ग्वादर में चीन के आर्थिक गलियारे के विरुद्ध प्रदर्शन करतीं बलूच महिलाएं   (फाइल चित्र)

ग्वादर में चीन के आर्थिक गलियारे के विरुद्ध प्रदर्शन करतीं बलूच महिलाएं (फाइल चित्र)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

ग्वादर में पिछले लगभग पचास से ज्यादा दिन से चीन की बंदरगाह परियोजना के विरुद्ध स्थानीय निवासी लामबंद हैं। चीन के लोगों के प्रति वहां आक्रोश चरम पर है। ग्वादर बंदरगाह में काम कर रहे और वहीं रह रहे चीनी नागरिकों को अब स्थानीय नेताओं ने ‘आखिरी चेतावनी’ दी है कि ग्वादर से निकल जाएं।

ग्वादर बंदगाह में चीन की तरफ से काम चल रहा है। इसलिए वहां लगभाग 500 चीनी नागरिक रह रहे हैं। लेकिन अब वे भयभीत हैं क्योंकि स्थानीय लोगों में उनको लेकर गुस्सा बढ़ता जा रहा है। ग्वादर बंदरगाह परिसर में रह रहे इन चीनियों को वहां से जल्द से जल्द चले जाने की चेतावनी दिए जाने से संकेत मिल रहा है कि अब बर्दाश्त की हद पार हो चली है।

पाकिस्तान के विशेष रूप से ग्वादर क्षेत्र में रह रहे चीनियों की सुरक्षा को लेकर सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं, क्योंकि चीनियों के सिर पर खतरा बढ़ गया है। वहां चीन की बेल्ट एंड रोड परियोजना के तहत बंदरगाह निर्माण का काम चल रहा है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान सूबे के तहत ग्वादर में चीन की अन्य कई बड़ी परियोजनाएं भी चल रही हैं। इसी वजह से वहां बड़ी संख्या में चीनी मजदूर और अधिकारी रह रहे हैं जो स्थानीय लोगों के गुस्से के निशाने पर हैं।

ग्वादार परियोजना के विरोध का झंड़ा उठाए एक स्थानीय राजनीतिक दल के नेता ने अब ‘आखिरी चेतावनी’ जारी कर दी है। चेतावनी के तौर पर कहा गया है कि चीनी नागरिक जल्दी ही ग्वादार क्षेत्र को छोड़कर निकल जाएं। इसी मांग को लेकर ग्वादर में गत पचास से भी ज्यादा दिन से धरना प्रदर्शन जारी है। इसकी अगुआई ‘हक दो तहरीक’ नाम का दल कर रहा है। इस दल के नेता मौलाना हिदायतुर्रहमान ने यह चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि तहरीक ग्वादर ईस्ट बे एक्सप्रेस-वे और ग्वादर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण का विरोध करती है।

ग्वादर में गत पचास से भी ज्यादा दिन से धरना प्रदर्शन जारी है। इसकी अगुआई ‘हक दो तहरीक’ नाम का दल कर रहा है। इस दल के नेता मौलाना हिदायतुर्रहमान ने यह चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि तहरीक ग्वादर ईस्ट बे एक्सप्रेस-वे और ग्वादर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण का विरोध करती है।

उल्लेखनीय है कि इन्हें चीन की बेल्ट एंड रोड परियोजना के तहत बनाया जा रहा है। यही नहीं पाकिस्तान में अन्य कई एक्सप्रेस-वे, हवाई अड्डे और बंदहगाह भी इसी परियोजना के तहत बन रहे हैं। इस परियोजना का सबसे ज्यादा विरोध ग्वादर में देखने को मिल रहा है। ‘हक दो तहरीक’ की शिकायत है कि उस क्षेत्र में स्थानीय निवासियों के लिए सिरदर्द बन चुके अनेक सुरक्षा चेक-प्वाइंट्स हैं। इतना ही नहीं, समुद्र से अवैध तरीके से मछलियां पकड़ी जा रही हैं जिससे स्थानीय मछुआरों के पेट पर लात पड़ रही है। तहरीक की मांग है कि ऐसी चीजों पर रोक लगने के साथ ही, ईरान से सटी सीमा पर कारोबार पर जो पाबंदियों लगाई गई हैं, उनमें ढील दी जानी चाहिए। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि ग्वादर के निवासियों में से अनेक का मानना है कि इन सब दिक्कतों के पीछे चीन की बीआरआई परियोजना ही है।

ग्वादर की ग्राम विकास परिषद के अध्यक्ष नसीर सोहराबी का कहना है कि हिदायतुर्रहमान चीनी परियोजनाओं के माध्यम से पाकिस्तान सरकार पर दबाव डाल रहे हैं। उधर चीन सरकार पाकिस्तान पर लगातार चीनियों की सुरक्षा मजबूत करने का दबाव बना रही है। ग्वादर में चल रहे विरोध प्रदर्शन से भी चीन नाराज है और पाकिस्तान से उसे बंद कराने को कहता आ रहा है। वह नहीं चाहता कि उसकी महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड परियोजना में कोई अड़चन आए।

गत वर्ष ग्वादर में हुए लंबे धरने के बाद, पूर्ववर्ती सरकार ने प्रदर्शनकारियों से बात करके वादा किया था कि उनकी मांगों को पूरा कर दिया जाएगा। लेकिन ग्वादर के नेताओं का मानना है कि सरकार ने अपने वादे पूरे ​नहीं किए इसलिए आंदोलन नए सिरे से शुरू करने को मजबूर होना पड़ा है। गत 10 दिसम्बर को ग्वादर में हजारों महिलाओं ने प्रदर्शन किया था। वहां के लोगों का कहना है कि जो भी स्थानीय निवासियों के हक छीनेगा उसे उसका अंजाम भुगतना होगा। इसी के बाद चीनी नागरिकों के विरुद्ध यह ताजा चेतावनी सामने आई है। कहा जा रहा है कि अब भी अगर स्थानीय नागरिकों की मांगें नहीं मानी जातीं तो बीआरआई से संबद्ध चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना का काम बंद करा दिया जाएगा।

चीन के प्रति पाकिस्तान में बढ़ते आक्रोश और चीन की बीआरआई परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने की जिद की वजह से स्थानीय स्तर पर टकराव बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान सरकार दो​राहे पर खड़ी है ​जहां एक तरह उसका आका चीन है तो दूसरी तरफ नागरिकों का गुस्सा। दोनों में संतुलन बैठाने के उसके अभी तक के सभी प्रयास असफल ही रहे हैं।

Topics: PakistanProtestportचीनagitationbaluchistanChinacpecbrigwadarग्वादरपाकिस्तानबलूचिस्तान
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

ईरान से निकाले गए अफगान शरणा​र्थी   (फाइल चित्र)

‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के परखच्चे उड़ा रहे Iran-Pakistan, अफगानियों को देश छोड़ने का फरमान, परेशानी में ​Taliban

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि 'यदि भारत और पाकिस्तान के बीच समग्र वार्ता होती है, तो पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के प्रत्यर्पण का विरोध नहीं करेगा'

जिहादी हाफिज के बेटे तलहा ने Bilawal को बताया ‘नाम का मुसलमान’, बेनजीर पुत्र के विवादित बयान पर खिचीं तलवारें

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

अर्थ जगत: कर्ज न बने मर्ज, लोन के दलदल में न फंस जाये आप; पढ़िये ये जरूरी लेख

जर्मनी में स्विमिंग पूल्स में महिलाओं और बच्चियों के साथ आप्रवासियों का दुर्व्यवहार : अब बाहरी लोगों पर लगी रोक

सेना में जासूसी और साइबर खतरे : कितना सुरक्षित है भारत..?

उत्तराखंड में ऑपरेशन कालनेमि शुरू : सीएम धामी ने कहा- ‘फर्जी छद्मी साधु भेष धारियों को करें बेनकाब’

जगदीप धनखड़, उपराष्ट्रपति

इस्लामिक आक्रमण और ब्रिटिश उपनिवेशवाद ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया : उपराष्ट्रपति धनखड़

Uttarakhand Illegal Madarsa

बिना पंजीकरण के नहीं चलेंगे मदरसे : उत्तराखंड हाईकोर्ट ने दिए निर्देश

देहरादून : भारतीय सेना की अग्निवीर ऑनलाइन भर्ती परीक्षा सम्पन्न

इस्लाम ने हिन्दू छात्रा को बेरहमी से पीटा : गला दबाया और जमीन पर कई बार पटका, फिर वीडियो बनवाकर किया वायरल

“45 साल के मुस्लिम युवक ने 6 वर्ष की बच्ची से किया तीसरा निकाह” : अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत के खिलाफ आक्रोश

Hindu Attacked in Bangladesh: बीएनपी के हथियारबंद गुंडों ने तोड़ा मंदिर, हिंदुओं को दी देश छोड़ने की धमकी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies