समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक वीर सिंह को धोखाधड़ी के मामले में जेल भेज दिया गया। इस मामले में पूर्व विधायक वीर सिंह के खिलाफ अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया था। इस मामले में वीर सिंह लगातार फरार चल रहे थे। पूर्व विधायक वीर सिंह कुख्यात डाकू ददुआ के पुत्र हैं।
करीब पांच वर्ष पहले मोती लाल मौर्य ने वीर सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। मोती लाल मौर्य ने आरोप लगाया था कि सपा के पूर्व विधायक वीर सिंह ने दो लाख रुपये लिए थे और यह कहा था कि वे उसके बेटे की नौकरी लगवा देंगे। मोती लाल मौर्य का आरोप है कि वीर सिंह ने उसके बेटे की नौकरी भी नहीं लगवाई और रुपये वापस करने से भी मना कर दिया। उसके बाद मोती लाल मौर्य ने थाना कर्वी में वीर सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
पुलिस ने विवेचना के बाद वीर सिंह के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया था। उसके बाद न्यायालय में वीर सिंह को सम्मन किया गया मगर वीर सिंह न्यायालय में पेश नहीं हुए। उसके बाद न्यायालय ने वीर सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था। पुलिस को जैसे ही सूचना मिली कि वीर सिंह किसी मामले में न्यायालय परिसर में उपस्थित है। पुलिस ने वीर सिंह को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
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