चीन सहित कई देशों में कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र केंद्र व राज्य सरकारें अलर्ट हो गई हैं। कोरोना की स्थिति की समीक्षा और तैयारियों की समीक्षा करने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दिल्ली में बैठक की। कोरोना की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और दिल्ली सरकार भी चौकन्नी हो गई है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए गुरुवार को बैठक बुलायी है।
चीन में कोरोना से बिगड़ते हालात को देखते हुए बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक अहम बैठक की। बैठक में देश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की गई। बैठक के बाद केन्द्रीय मंत्री मंडाविया ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने विशेषज्ञों के साथ बैठक की। अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। सभी को सतर्क रहने और निगरानी तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। इस बैठक में मंत्री मंडाविया के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ भारती पवार और स्वास्थ्य विभाग के वरिषठ अधिकारी मौजूद रहे।
इसी बीच लखनऊ से जानकारी मिली है कि गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोक भवन में एक बैठक करेंगे। इसमें कोरोना की मौजूदा स्थिति और नए वेरिएंट से निपटने के उपायों पर चर्चा की जाएगी। बैठक में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के अलावा कोविड-19 महामारी के दौरान काम कर रही नौ अधिकारियों की टीम मौजूद रहेगी।
कोरोना से निपटने के लिए दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी एक आपात बैठक गुरुवार को बुलायी है। इस बैठक में कोरोना से निपटने की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। इस बैठक में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के अलावा स्वास्थ्य विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। उल्लेखनीय है कि कोरोना के ओमिक्रॉन बीएफ 7 वेरिएंट के देश में संदिग्ध चार मामले सामने आए हैं। इनमें से गुजरात में तीन संदिग्ध मरीज मिले हैं। इनमें वडोदरा में दो और अहमदबाद में एक संदिग्ध मरीज मिला है। एक संदिग्ध एक ओ़डिशा में मामला मिला है।
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