सीएम योगी गोरखपुर में करीब दो घंटे तक जनता दर्शन में मौजूद रहे। फरियादियों की भीड़ में एक-एक फरियादी तक खुद जाकर पीड़ा सुनी, उसे महसूस किया और समस्या के त्वरित निराकरण का निर्देश अधिकारियों को दिया। अफसरों को हिदायत देते हुए दो टूक कहा, प्राथमिकी दर्ज करने और अपराधियों पर सख्ती में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।
गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार के बाहर आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो चरणों में करीब 600 लोगों की समस्याएं सुनीं। उनके प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों को देते हुए निर्देशित किया कि हर मामले का निस्तारण संतुष्टिपरक होना चाहिए, ताकि कोई भी फरियादी परेशान न हो। एक फरियादी ने सीएम को बताया कि कुछ लोग घर से लड़के को बुलाकर ले गए थे। चार दिन बाद उसकी लाश मिली थी। मुकदमा नहीं दर्ज हो रहा। इस पर मुख्यमंत्री ने फरियादी को आश्वस्त किया कि वह चिंता न करें, कार्रवाई कराकर न्याय दिलाएंगे। उन्होंने एसएसपी को उसका प्रार्थना पत्र देते हुए त्वरित एक्शन लेने का निर्देश दिया।
एक महिला ने बैंक में रुपया जमा होने के बाद भी बैंक से जमा संबंधी कागज न मिलने की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि रुपया जमा हुआ है तो जमा का कागज दिलाया जाए या महिला का रुपया बैंक से वापस कराया जाए। जनता दर्शन में कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीएम कृष्णा करुणेश, एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर आदि मौजूद रहे। जनता दर्शन में अपनी माताओं के साथ आए नन्हे मुन्ने बच्चों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्यार-दुलार व आशीर्वाद मिला। उन्होंने बच्चों का हालचाल पूछा, पढ़ने के लिए प्रेरित कर उन्हें चाकलेट गिफ्ट किया।
सीएम योगी ने जनता दर्शन में आने के पूर्व गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया। उसके बाद ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की समाधि पर माथा टेक आशीर्वाद लिया। भ्रमण करते हुए गोशाला पहुंचे और गोसेवा की। गायों, बछडों को चना और गुड़ खिलाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोप्रेम और गोसेवा के लिए विख्यात हैं। गोवंश के प्रति उनके स्नेह का असर यह कि उनकी एक आवाज पर गोरखनाथ मंदिर की गोशाला के गोवंश दौड़े चले आते हैं। मंगलवार सुबह मंदिर की गोशाला में जैसे ही योगी ने गौरी, श्यामा का नाम लेकर आवाज दी, गाय व बछड़े झूमते हुए उनके पास आ गए।
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