नवजात लावारिस बच्ची को ईसाई बना दिया गया
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

नवजात लावारिस बच्ची को ईसाई बना दिया गया

मतांतरण के खेल में क्या बाल कल्याण बोर्ड भी शामिल है? जांच में जुटी पुलिस

by विशेष संवाददाता
Dec 20, 2022, 03:14 pm IST
in उत्तर प्रदेश
प्रतीकात्मक चित्र

प्रतीकात्मक चित्र

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बरेली में करीब तीन साल पहले श्मशान घाट में गड्ढे में दबे मटके में नवजात बच्ची मिली थी, जिसे नाम दिया गया था रीता (काल्पनिक नाम)। अब जब उसका आधार कार्ड बना तो पता चला कि उसको ईसाई बना दिया गया है। ऐसे क्यों हुआ ? क्या सेवा की आड़ में मतांतरण का कोई खेल चल रहा है?

बात 10 अक्टूबर 2019 की है, जब श्मशान भूमि पहुंचे कुछ लोगों को गड्ढे में घड़ा दबा दिखाई दिया, उसमें एक बच्ची रोते हुए दिखाई दी। जब उस बच्ची को बाहर निकाला तो वो अस्वस्थ दिखी। बिथरी चैनपुर के तत्कालीन विधायक राजेश मिश्रा भी भरतौल में उक्त बच्ची को देखने पहुंचे थे और जमीन में दबे घड़े से निकाली गई बच्ची को रीता नाम दिया गया। उन्होंने उसे बाल कल्याण समिति के सामने पेश कर बोर्न बेबी फोल्ड भेज दिया गया था। उसकी हालत गंभीर होने के कारण राजेश मिश्रा ने उपचार का जिम्मा लिया। वह चाहते थे कि बच्ची उनके घर में रहे इसलिए अगले महीने भतीजे अमित मिश्रा के नाम से गोद लेने की प्रक्रिया शुरू कराई मगर, बच्ची की हालत खराब होने के कारण अनुमति नहीं दी गई। करीब छह महीने उपचार के बाद बच्ची स्वस्थ हुई और राजेश मिश्रा के स्वजन का उससे लगाव बढ़ता गया।

बाल कल्याण समिति लावारिस नवजात मिलने पर गोद देने की प्रक्रिया कराती है। करीब तीन महीने बच्चों के पालन केंद्र बोर्न बेबी फोल्ड में रखकर असली अभिभावकों का इंतजार किया जाता है, विज्ञापनों के माध्यम से सूचना जारी की जाती है। इसके बाद गोद देने की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू होती है। इसकी प्रक्रिया पूरी करने के लिए केंद्रीय दत्तक ग्रहण संस्थान प्राधिकरण (कारा) की वेबसाइट को वे देखते रहे। ताकि वो आवेदन कर सकें आवेदन के पंजीकरण के बाद वहां से अनुमति के बाद कोर्ट गोद देने का अंतिम आदेश जारी करता है।

पूर्व विधायक राजेश मिश्रा ने बताया कि रीता को गोद लेने के लिए भतीजे लगातार वेबसाइट देख रहे थे। रीता का ब्योरा यहां दिखाया ही नहीं गया। उनका आरोप है षड्यंत्र के अंतर्गत यहां के कई बच्चों का ब्योरा सिर्फ विदेश में दिखाया जाता है। रीता के साथ भी ऐसा ही हुआ और मार्च में माल्टा देश के मिकेल कैमेलेरी ने गोद लेने की ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी कर ली और बाल विकास विभाग ने जब बच्ची का आधार कार्ड बनवाया तो उसमें ईसाई नाम लिखवाया गया। ज्ञात हो कि आधार कार्ड के आधार पर ही पासपोर्ट बनाए जाने की कार्रवाई पूरी की जानी होती है। इसकी जानकारी जब राजेश मिश्रा को मिली तो उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकार से शिकायत कर वेबसाइट की फारेंसिक जांच की मांग की। चार अगस्त को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष से भी शिकायत की। जिसपर उन्होंने डीएम बरेली से जांच करने को कहा और बच्ची को माल्टा भेजने पर रोक लगा दी गई।

राजेश मिश्रा ने बताया कि उन्होंने कारा की गड़बड़ी की शिकायत केंद्र सरकार से भी की थी। एक सितंबर को गृह मंत्रालय ने आदेश लागू किया कि डीएम के माध्यम से अंतिम प्रक्रिया पूरी की जाए। जांच के कारण कारा ने बच्ची को माल्टा के दंपति को इंतजार करने को कहा तो वे हाईकोर्ट चले गए। वहां से स्टे मिला कि बच्ची जहां है, वहीं रखी जाए। कारा की तीन सदस्यीय टीम शहर पहुंची। अधिकारियों से बातचीत के बाद टीम बोर्न बेबी फोल्ड पहुंची। बच्ची के हालचाल लिए उधर माल्टा के दंपति ने गोद प्रक्रिया पूरी करने के बाद रीता की पावर ऑफ अटार्नी बाकरगंज व दिल्ली के युवक को दी थी। टीम उनके साथ भी बातचीत कर रही है।

स्थानीय हिंदू संगठनों का कहना है कि यहां की बच्चियों को विदेश लेजाकर ईसाई बनाने का ये षड्यंत्र चल रहा है, जबकि ऐसे बच्चों को गोद लेने वालों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। उधर बाल विकास विभाग के अनाथालय के एक अधिकारी का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया, हमारे पास आवेदन आया तो हमने प्रक्रिया शुरू की। इसके लिए एक स्थानीय परिवार भी कोशिश कर रहा था, किंतु वो आए नहीं, बच्ची प्री मैच्योर थी और उसे दौरे भी पड़ते थे, इसीलिए उसे बार-बार अस्पताल में भर्ती करना पड़ता था। बहरहाल इस अमले पर पुलिस अधीक्षक (सिटी) राहुल भाटी ने कहा, “अनाथालय के खिलाफ बच्चों का समुदाय बदलने की शिकायत मिली थी। रीता के मामले में जांच की जा रही है।” पुलिस ने मामला दर्ज किया है। साथ ही यूपी में गैरकानूनी धर्म परिवर्तन पर रोक की धारा 3 और 5 (1) भी लगाई गई है।

Topics: बरेली समाचारSitaBareilly NewsConversion in BareillyConversion in UPयूपी में मतांतरणबरेली में मतांतरणलावारिस सीताबरेली की सीतासीताUnclaimed SitaBareilly's Sita
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी हाफिज नबी हसन।

मदरसा छात्र से कुकर्म का आरोपी नबी हसन गिरफ्तार, ‘हैदरी दल 25’ का है संस्थापक, मोबाइल से मिले 40 अश्लील वीडियो

महक ने अपनाया सनातन धर्म

घर वापसी: मुस्लिम युवती ने अपनाया सनातन धर्म, हिंदू रीति-रिवाज से रचाई ऋषि संग शादी

Pakistan national Shumayla khan government teacher UP

बरेली में 9 साल तक सरकारी शिक्षिका रही पाकिस्तानी महिला शुमायला खान, पहलगाम हमले के बाद फरार, मचा हड़कंप

बरेली में वक्फ की जमीन पर कार्रवाई

बरेली में वक्फ कानून के बाद पहली FIR, सरकारी जमीन पर दरगाह बनाकर कब्जे का आरोप

मौलाना शहाबुद्दीन रजवी

वक्फ संशोधन विधेयक पर बोले मौलाना रजवी- माफियाओं का कब्जा हटेगा, गरीब मुसलमानों को मिलेगा फायदा

दंगा करने की हिम्मत की तो गरीबों में बांट दी जाएगी दंगाई की संपत्ति : सीएम योगी की दंगाइयों को कड़ी चेतावनी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies