मुफ्त के ‘ईंधन’ से बढ़ी गाड़ी
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

मुफ्त के ‘ईंधन’ से बढ़ी गाड़ी

15 वर्ष तक राज करने वाली भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। नगर निगम के 250 वार्ड में से भाजपा को 104 वार्ड पर जीत मिली, वहीं आम आदमी पार्टी (आआपा) को 134 वार्ड पर विजय मिली।

by आशीष कुमार अंशु
Dec 16, 2022, 07:37 am IST
in भारत, दिल्ली
दिल्ली नगर निगम के लिए मतदान करते लोग

दिल्ली नगर निगम के लिए मतदान करते लोग

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिल्ली नगर निगम के चुनाव में सत्ता विरोधी लहर के बावजूद भाजपा को 104 वार्ड पर जीत मिली। चुनावी पंडितों का कहना है कि दिल्ली सरकार की मुफ्त योजनाओं के कारण आम आदमी पार्टी को जीत मिली है। यदि भाजपा इन योजनाओं की काट ढूंढ पाती तो परिणाम कुछ और होता

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में लगातार 15 वर्ष तक राज करने वाली भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। नगर निगम के 250 वार्ड में से भाजपा को 104 वार्ड पर जीत मिली, वहीं आम आदमी पार्टी (आआपा) को 134 वार्ड पर विजय मिली। आआपा को पहली बार दिल्ली नगर निगम में जीत मिली है। भाजपा प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा का कहना है, ‘‘हालांकि हार तो हार ही होती है, लेकिन 15 वर्ष तक शासन करने के बाद भी भाजपा को 104 वार्ड पर जीत मिली। इसका अर्थ है कि दिल्ली के लोगों ने भाजपा को नकारा नहीं है। यह अलग बात है कि कुछ कारण ऐसे रहे, जिनका समाधान भाजपा नहीं कर पाई।’’

शायद डॉ. पात्रा का इशारा दिल्ली सरकार की उन योजनाओं की ओर है, जिनमें दिल्ली के लोगों को बिजली में कुछ छूट और पानी मुफ्त में मिल रहा है। इसके साथ ही दिल्ली नगर निगम की बसों में महिलाओं को नि:शुल्क सफर की सुविधा मिली है। एक खबरिया चैनल के अनुसार मुफ्त की योजनाओं का लाभ लेने वाले 55 प्रतिशत लोगों ने आआपा को वोट दिया। जनकपुरी में रहने वाले अबोध कुमार कहते हैं, ‘‘आम आदमी पार्टी दावा कर रही है कि उसने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो काम किया है, उस कारण उसे नगर निगम में जीत मिली है। ऐसा नहीं है। आआपा उन लोगों के दम पर जीती है, जिन्हें मुफ्त का माल बहुत अच्छा लगने लगा है।’’

यह बात भी उतनी ही सही है कि कुछ लोगों ने आआपा के उस मुद्दे को भी पसंद किया, जिसमें उसने दिल्ली में कूड़े के पहाड़ों को हटाने की बात कही। शायद यही कारण है कि लोगों ने साफ-सफाई का काम भी आआपा को दे दिया। श्याम विहार के गणेश पांडे कहते हैं, ‘‘आम आदमी पार्टी को जीत तो मिली, पर उसके सामने कूड़े के पहाड़ों के अलावा अपेक्षाओं का भी पहाड़ खड़ा है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि आआपा दिल्ली से कूड़ों के पहाड़ों का सफाया करेगी। यदि वह ऐसा नहीं कर पाई तो 2024 और 2025 के चुनावों में आआपा के नेता दिल्ली वालों का सामना नहीं कर पाएंगे।’’ यह सही बात है।

अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री बनने के साथ ही दावा किया था कि वे यमुना को साफ कर देंगे। उनका यह दावा अभी तक पूरा नहीं हुआ है। उलटे यमुना और गंदी हो गई है। इसको लेकर दिल्ली के लोगों में नाराजगी भी दिखने लगी है। पहाड़गंज में रहने वाले मनीष दलाल कहते हैं, ‘‘2013 में जिन लोगों ने आआपा को वोट दिया था, उनमें  से एक बड़ा वर्ग उससे दूर हो चुका है और यह क्रम रुका नहीं है। यही कारण है कि नाराजगी केबाद भी भाजपा को लोगों ने वोट किया और उसे 104 वार्ड पर जीत मिली।’’

यू ट्यूबर अमित श्रीवास्तव कहते हैं, ‘‘दिल्ली विधानसभा चुनाव में 90 फीसदी सीटें जीतने वाले केजरीवाल सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही भाजपा को अच्छे प्रदर्शन से रोक नहीं पाए। यकीनन यह केजरीवाल के पतन का आरंभ है।’’ डॉ. प्रदीप भटनागर भी इसी बात को थोड़ा अलग अंदाज में कहते हैं, ‘‘एमसीडी के परिणाम केजरीवाल को खुश नहीं, बल्कि चिंतित कर रहे हैं, क्योंकि 2020 के विधानसभा चुनाव में केजरीवाल को 55 प्रतिशत मत मिले थे और दो साल बाद हुए एमसीडी चुनाव में 42 प्रतिशत। मतलब केजरीवाल को सीधा-सीधा 13 प्रतिशत मतों का नुकसान हुआ है और यह उनके लिए चिंता का विषय है।’’

बुर्के में पार्षद

सीलमपुर वार्ड नंबर 225 से शकीला बेगम ने जीत हासिल की है। जीत के बाद जब एक पत्रकार उनकी प्रतिक्रिया लेने के लिए पहुंचा तो वे सिर से पांव तक काले बुर्के में थीं। चेहरा भी ढका हुआ था। उन्होंने अपना बयान भी बुर्के में रहकर ही दिया। शकीला बेगम तीसरी बार पार्षद बनी हैं। इस बार उन्होंने बतौर निर्दलीय जीत हासिल की है। 2017 में वे बसपा के टिकट पर जीती थीं। इस बार उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा की सीमा शर्मा रहीं। इस सीट पर आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार नसरीन बानो थीं। वहीं असदुद्दीन औवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से शबनम, तो कांग्रेस से मुमताज उम्मीदवार थीं। ऐसे में पत्रकार पूजा मल्होत्रा का यह सवाल सही जान पड़ता है कि किसी ने शकीला बेगम को देखा भी है या यूं ही उनके नाम पर वोट डाल दिया? शकीला बेगम तीन बार से जीत रही हैं, उनकी पांच उपलब्धियां कोई गिना सकता है?

आआपा से छिटके मुस्लिम मतदाता

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वे कभी जाली टोपी लगाकर ईद में सेवइयां खाते हैं, बाटला हाउस कांड की जांच की मांग करते हैं, मस्जिदों के इमामों को वेतन देते हैं, सीएए का समर्थन करते हैं। इसके बावजूद मुसलमान मतदाता उनसे दूर हो रहे हैं। एमसीडी चुनाव में मुस्लिम-बहुल ज्यादातर सीटों पर आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। कई मुसलमान पार्षद निर्दलीय जीते हैं। कांग्रेस के नौ पार्षद जीते हैं। इनमें से सात मुसलमान हैं। यानी अधिकतर मुसलमानों ने आम आदमी पार्टी की जगह कांग्रेस को पसंद किया या फिर निर्दलियों को। ये वहीं वार्ड हैं, जहां 2020 में दंगा हुआ था और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में प्रदर्शन हुए थे।

यह बात सिर्फ लिखने तक नहीं है, दिल्ली नगर निगम के चुनाव परिणाम सामने आते ही यह दिखने भी लगा। इसलिए केजरीवाल ने परिणाम सामने आने के बाद अपने पहले भाषण में ही स्पष्ट कर दिया, ‘‘हम सभी को दिल्ली की हालत सुधारनी है और मुझे भाजपा और कांग्रेस सहित सभी के सहयोग की आवश्यकता है। खासकर केंद्र और प्रधानमंत्री की मदद और आशीर्वाद की जरूरत है।’’ जिन्हें केजरीवाल की आठ साल पुरानी राजनीति याद होगी, उनकी आक्रामकता याद होगी, उन्हें इस भाषा के पीछे का अर्थ पता है।

एक बात यह भी दिख रही है कि दिल्ली के लोगों ने भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं है। तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन के विधानसभा क्षेत्र शकूर बस्ती में तीन वार्ड हैं। इनमें से आआपा को एक भी वार्ड पर जीत नहीं मिली। नगर निगम के टिकट बेचने के आरोपी और विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी और आतिशी के क्षेत्र से आआपा का एक भी पार्षद नहीं जीत सका। मनीष सिसोदिया, दिलीप पांडे, अमानतुल्ला खान, गोपाल राय के क्षेत्र से आम आदमी पार्टी एक-एक सीट ही निकाल पाई। दिल्ली नगर निगम चुनाव के परिणाम देखकर तो यही लगता है कि मानो कांग्रेस खुद को मिटाकर आम आदमी पार्टी को आगे बढ़ा रही है। बीते आठ साल में ऐसे कई मौके आए जब कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए खुद को पीछे रखा।

दिल्ली में आम आदमी पार्टी की पहली सरकार भी 2013 में कांग्रेस ने अपनी मदद से बनवाई थी। इस बार तो कांग्रेस ने बिल्कुल बेमन से चुनाव लड़ा। शायद उसे लग रहा होगा कि जीत तो मिलनी नहीं है, फिर आम आदमी पार्टी की जीत की राह में रोड़ा क्यों बनें। कह सकते हैं कि आम आदमी पार्टी की जीत में उसके कार्यों से ज्यादा योगदान कांग्रेस का है।

Topics: आआपादिल्ली सरकारदिल्ली नगर निगम (एमसीडी)मुस्लिम मतदाता
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

मनोरंजन कालिया के घर पर हुए बम धमाके के बाद जांच करते हुए सुरक्षा अधिकारी

अराजकता का राज

अरविन्द केजरीवाल

सलाहकार नियुक्त कर बुरी फंसी AAP पार्टी : कोरोना काल में खजाने से लुटाए लाखों रुपए, अब होगी जांच

Delhi Government Water ATMs

दिल्ली में साफ पानी की समस्या का समाधान: 5000 वाटर एटीएम लगाएगी दिल्ली सरकार

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बजट में मुसलमानों के लिए 13 घोषणाएं की हैं। इसमें सरकारी ठेकों में मुसलमानों को 4 प्रतिशत आरक्षण का फैसला भी शामिल है

कांग्रेस का ‘हलाल बजट’

सत्येंद्र जैन

सत्येंद्र जैन पर 7 करोड़ की रिश्वत का आरोप : जानिए CCTV घोटाले में क्या था AAP सरकार का खेल.?

केजरीवाल

आआपा : ‘कैग’ से लगा काला दाग

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies