भारत-चीन के बीच अरुणाचल सीमा पर हुए विवाद के बाद उत्तराखंड से लगी चीन-तिब्बत सीमा पर भारतीय सैनिक दिन रात बर्फानी इलाके में चौकसी कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि चीन के सैनिकों द्वारा चमोली जिले में बाड़ाहोती एलएसी क्षेत्र में कई बार घुसपैठ की जा चुकी है।
बाडाहोती सीमांत क्षेत्र में पिछले दस सालों में चीन द्वारा 63 बार घुसपैठ की गई है, हाल ही में अरुणाचल और पूर्व में लद्दाख क्षेत्र में चीनी सैनिकों के साथ तनाव के बाद भारतीय सैनिकों द्वारा सीमा पर बराबर चौकसी बरती जा रही है। उच्च हिमालय क्षेत्र में दस हजार फुट से ऊपर करीब पंद्रह हजार फीट ऊंचाई वाले इस सीमा क्षेत्र में इस वक्त बर्फबारी हो चुकी है और भारतीय सैनिक चौकियां इन दिनों थोड़ा नीचे की तरफ शिफ्ट हो जाती हैं, किंतु इस समय हिम क्षेत्रों में भी बराबर गश्त की जा रही है। सीमा पर अग्रिम पंक्ति पर आईटीबीपी तैनात है।
उत्तराखंड की करीब 345 किमी सीमा तिब्बत चीन से लगती है, गढ़वाल में बाड़ाहोती क्षेत्र में घुसकर चीनी सैनिक शोर शराबा करके वापस चले जाते हैं, जबकि चीन कुमायूं क्षेत्र में वो करीब 136 किमी क्षेत्र में लिपुलेख सीमा पर नेपाल को आगे कर विवाद पैदा करता रहा है। जानकर बताते हैं कि चीन ने अपने तिब्बत क्षेत्रों में पक्की सड़कें बनाई हुई है। भारत अब सड़कें सीमा तक पहुंचा रहा है, जिससे चीन बौखलाया हुआ है।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में 345, हिमाचल में 200 किमी, लद्दाख में 1597 किमी, सिक्किम में 220किमी और अरुणाचल में 1126 किमी क्षेत्र तिब्बत चीन सीमा से लगा हुआ है और चीन ने एक बड़ा हिस्सा कश्मीर अक्साई चिन का कब्जाया हुआ है।
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