भारत ने पाकिस्तान से जुड़ी किसी भी गलत हरकत की अनदेखी न करते हुए उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की नीति अपनाई हुई है। इसी का नतीजा है कि पाकिस्तान का एक ओटीटी प्लेटफार्म अब भारत में अपनी गंदगी नहीं परोस पाएगा। उस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस प्लेटफार्म पर भारत की तरफ से नफरत फैलाने का आरोप लगाया गया है।
उल्लेखनीय है कि सिर्फ एक ओटीटी प्लेटफॉर्म ही नहीं, भारत के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने दो मोबाइल एप, चार सोशल मीडिया खाते तथा एक स्मार्ट टीवी एप को भी प्रतिबंधित किया है। मंत्रालय ने इन सभी पर पाबंदी लगाने की वजह इनका राष्ट्रीय सुरक्षा, भारत की संप्रभुता तथा अखंडता, सत्ता अधिष्ठान की सुरक्षा तथा विदेशों के साथ हमारे संबंधों के लिए खतरा होना बताया गया है।
जहां तक पाकिस्तान से संचालित ओटीटी प्लेटफार्म का संबंध है तो उसके बारे में बता दें कि इसका नाम है विडली टीवी। इसने हाल ही में “सेवक: द कन्फेशंस” नाम की एक वेबसीरीज प्रसारित की थी, जो भारत के प्रति एक खराब नजरिया पेश करती थी। भारत विरोधी दुष्प्रचार में लिप्त थी। भारत सरकार ने इसे भारत की सुरक्षा और संप्रभुता को चुनौती देने वाला बताते हुए सिर्फ उक्त वेबसीरीज को ही नहीं, बल्कि उसे दिखाने वाले प्लेटफार्म को भी प्रतिबंधित कर दिया।
केंद्र सरकार के इस सख्त कदम की जानकार लोग तारीफ कर रहे हैं। यह दिखाता है कि सरकार अब ऐसी किसी भी हरकत के प्रति किसी भी तरह की ढिलाई या कहें नरमाई नहीं बरतेगी। पाकिस्तान तो न जाने कबसे भारत विरोधी कार्यक्रम दिखाता आ रहा है लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों ने कभी ऐसी हिम्मत नहीं दिखाई थी।
बताया गया है कि उक्त वेबसीरीज की पहली कड़ी मुंबई में हुए 26/11 के आतंकी हमले की बरसी के अवसर पर गत 26 नवम्बर को प्रदर्शित की गई थी। इस कड़ी में भारत विरोधी सामग्री परोसी गई थी। वेबसीरीज की शुरुआत में जो शुरुआती नाम आदि दिखाए जाते हैं उसमें भारतीय राष्ट्रीय ध्वज में अंकित अशोक चक्र को आग में झुलसते दिखाया गया था। मंत्रालय ने इस वेबसीरीज पर कड़ी नजर रखी और पाया कि यह भारत से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं को गलत तथ्यों के साथ पेश कर रही थी।
भारत के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अनुसार, वेबसीरीज में पंजाब में हुए ऑपरेशन ब्लू स्टार और उसके नतीजे, अयोध्या में बाबरी ढांचे के गिरने, कन्वर्जन में लगे ईसाई मिशनरी ग्राहम स्टींस की मौत, मालेगांव में बम विस्फोट, समझौता एक्सप्रेस में बम विस्फोट, सतलुज यमुना लिंक नहर से जुड़े जल विवादों आदि विषयों को भी भ्रामकता का पुट देते हुए तोड़-मरोड़कर परोसा गया था। पाकिस्तान की इस वेबसीरीज ने आम लोगों में भारत सरकार के विरुद्ध नफरत को बढ़ाने की ही कोशिश की।
इतना ही नहीं, पाकिस्तानी दुष्प्रचार सरीखी यह वेबसीरीज सिखों में उनके देश भारत के विरुद्ध नफरत पैदा करते हुए उनमें अलगाववाद और असंतोष को बढ़ावा देने का जरिया जैसी थी।ऑपरेशन ब्लू स्टार को ‘निर्दोष सिखों नरसंहार’ दिखाया गया। सिख पुलिसकर्मियों को बिना पगड़ी के चित्रित किया गया। साफ है कि पूरी वेबसीरीज भारतीय में सांप्रदायिक और सामुदायिक तनाव पैदा करने के एक हथियार से बढ़कर कुछ नहीं है। बताया जाता है कि इस वेबसीरीज को बनाने के लिए पाकिस्तान ने पैसा दिया था।
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