झारखंड में लव जिहाद के मामले देखने को मिलते रहते हैं। इस बार बोकारो से लव जिहाद का मामला आया है। यहां असलम नाम का 50 वर्ष का अधेड़ अपना नाम संजय बता कर 16 वर्ष की नाबालिग हिंदू युवती से शादी करने जा रहा था। इसकी जानकारी जैसे ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को हुई, उन्होंने शादी का विरोध किया, पुलिस को खबर की गई और पुलिस पहुंची तो असलम वहां से भाग निकला। हालांकि पुलिस ने मौके पर असलम की गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया है, जिसमें पुलिस की वर्दी और एक पिस्तौल भी पाई गई है।
जानकारी के अनुसार 16 वर्षीया नाबालिग किशोरी की माँ 6 महीने पहले बैंक से रुपए निकालने के लिए गई थी। वहीं पर असलम से उसकी जान—पहचान हुई थी। उस वक्त असलम ने अपना नाम संजय कसेरा बताया था। असलम ने पीड़ित परिवार की गरीबी का फायदा उठाकर उन्हें कर्ज दिलाने और उनकी बेटियों को नौकरी दिलाने की बात कही थी। गरीबी से जूझ रही उस नाबालिग युवती की मां को लगा कि संजय यानी असलम उनकी मदद करने वाला है। इसलिए वह भी उसके कहे अनुसार चलने लगी। इसके बाद असलम ने भी उनके घर आना—जाना शुरू कर दिया। शुरुआत में असलम कभी अपने आपको आपको बैंक मैनेजर बताता, तो कभी पुलिस पदाधिकारी। कर्ज दिलवाने के दौरान असलम ने अपने आपको बैंक मैनेजर बता कर बताया, उसके कुछ दिन बाद जब उस परिवार में आने—जाने लगा तो असलम ने अपने आपको दूसरे जिले का पुलिस पदाधिकारी होने की बात भी बताई। धीरे-धीरे असलम उस परिवार पर इतना दबदबा बना चुका था कि उसके घर के सभी निर्णय भी वह खुद लेने लगा था। असलम ने पीड़ित हिंदू परिवार को झांसे में लेकर 16 वर्ष की बच्ची से अपनी शादी की बात कही। गरीबी और मजबूरी में हिंदू परिवार अपनी बेटी की शादी को तैयार हो गया। यह शादी 7 दिसंबर को होने वाली थी। वरमाला का कार्यक्रम संपन्न हो चुका था, लेकिन थोड़ी देर में ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने साहस दिखाते हुए इस शादी को रोक दिया। बजरंग दल के जिला प्रमुख अजीत पांडे के अनुसार पीड़ित परिवार काफी सहमा हुआ था। जब हिंदू कार्यकर्ताओं ने उन्हें हिम्मत दी तो परिवार के लोग पुलिस को सूचना देने के लिए तैयार हो गए।
पुलिस पदाधिकारी कुलदीप कुमार के अनुसार यह मामला बोकारो के हरला थाना क्षेत्र के कुम्हारपाड़ा का है। उन्हें जैसे ही इसकी सूचना मिली तो पुलिस इस विवाह को रोकने और असलम को गिरफ्तार करने के लिए वहां पहुंची, लेकिन पुलिस को देखते ही शादी के लिए बारात लेकर पहुंचा संजय उर्फ असलम मौके से फरार हो गया। पुलिस उसकी गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है। इसी दौरान यह भी पता चला कि 2021 में संजय उर्फ असलम ठगी के एक मामले में चास जेल भी जा चुका है।
हाल ही में प्रदेश के अंदर ऐसी कई घटनाएं देखने को मिली हैं, जहां कई हिंदू लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बनाया गया है। इसके बावजूद सरकार तुष्टीकरण में इतना लिप्त है कि उसे यह दिखाई नहीं दे रहा है। लोगों का कहना है कि झारखंड में जल्दी से जल्दी लव जिहाद के खिलाफ कानून बनना चाहिए, तभी जाकर प्रदेश की हिंदू बच्चियां सुरक्षित रह पाएंगी।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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