धार्मिक नगरी काशी में अधर्मियों ने सेंट्रल जेल रोड स्थित 50 साल पुराने मंदिर में शिवलिंग और हनुमान जी की मूर्ति को खंडित कर त्रिशूल बाहर फेंक दिया। स्थानीय लोगों को जब इस बात का पता चला तो हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी लोगों ने जम कर किया। घटना की जानकारी मिलते ही एडीसीपी वरुणा जोन मनीष कुमार शांडिल्य पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। विरोध देखकर नई मूर्तियां मंगवा कर विधि विधान के साथ प्राण-प्रतिष्ठा करा दी गई है।
एडीसीपी वरुणा जोन मनीष कुमार शांडिल्य ने बताया कि इलाके में कई स्थानों से सीसीटीवी फुटेज लेकर चेक किया जा रहा है। अज्ञात लोगों द्वारा माहौल को खराब करने की कोशिश की गई। रात्रि को जो भी लोग मंदिर के आस-पास घूमते दिखे उनसे पूछताछ की जाएगी। नई मूर्तियां मंगवा कर प्राण प्रतिष्ठा करा दिया गया है। माहौल खराब न हो इसलिए फोर्स तैनात कर दी गई है।
स्थानीय निवासी बबलू ने बताया कि कुछ संदिग्ध लोग अक्सर दिखाई पड़ते हैं। ये लोग नशेड़ी भी हो सकते हैं। सुबह जब लोग पूजा करने मंदिर पहुंचे तो शिवलिंग और हनुमान जी की मूर्ति को किसी ने खंडित कर दिया था। मंदिर के अंदर से त्रिशूल को निकाल कर बाहर फेंक दिया गया था। अराजकतत्वों की मंशा क्या थी, पकड़े जाने पर ही स्पष्ट होगा। स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है।
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