मेरठ में पुलिस के चेकिंग अभियान के दौरान दो युवकों के पास से तमंचे बरामद हुए। पूछताछ में पता चला कि इन्होंने देसी हथियार बनाने की फैक्ट्री अपने घर पर ही लगाई हुई थी और हथियार बनाने की तकनीक यूट्यूब से हासिल की। मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा है। आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कानूनी कार्रवाई किए जाने की फाइल तैयार की गई है।
मेरठ जोन के आईजी प्रवीण कुमार के मुताबिक चेकिंग के दौरान गिरफ्तार नौशाद और करीमुद्दीन के पास से जो देसी तमंचे मिले हैं वो अव्वल दर्जे के थे देखने में ऐसा लगता था कि वो विदेशी हथियार हैं। पूछताछ में जानकारी मिली कि करीमुद्दीन के घर में इन हथियारों को बनाने के लिए मशीनें लगी हुई थी। पुलिस ने अधबने तमंचे और मशीनें जब्त कर सीज कर दी है।
आईजी के मुताबिक नौशाद यूट्यूब के जरिए हथियार बनाने की तकनीक हासिल करता था और करीमुद्दीन के साथ मिलकर उसे तैयार करता था। पूछताछ में नौशाद ने बताया कि आगामी स्थानीय निकाय चुनाव में हथियारों की मांग ज्यादा होती है, इसलिए ऑर्डर मिल रहे थे और हम उसी की सप्लाई में लगे थे।
पुलिस ने पूछताछ के बाद एक सूची बनाई है जिसमें उन लोगों का जिक्र है जिन्हें इनके द्वारा अवैध हथियारों की तस्करी की गई थी। आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ एनएसए लगाए जाने की भी फाइल तैयार कर डीएम और शासन को भेजी जाएगी।
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