पूर्वांचल में मेडिकल का हब बन चुके वाराणसी में बड़े नेत्र अस्पताल की सौगात मिलने वाली है। वाराणसी के हरिहरपुर में शंकर नेत्रालय की स्थापना होगी। दक्षिण का श्री कांची कामकोटि मेडिकल ट्रस्ट इसकी शुरुआत करेगा। माना जा रहा है एक साल में बनकर ये अस्पताल तैयार हो जाएगा। यह सौगात पूर्वांचल के लोगों के लिए खासा मददगार होगा। हरिहरपुर में तैयार होने वाले इस अस्पताल में ओपीडी से लेकर भर्ती और ऑपरेशन तक की सुविधाएं लोगों को आने वाले समय में मिलेंगी। 250 बेड का यह अस्पताल हाईटेक मशीनों के साथ हाईटेक सुविधाओं से लैस होगा। लगभग ढाई एकड़ की जमीन पर यह अस्पताल तैयार किया जाएगा।
“काशी-तमिल संगमम” से उत्तर और दक्षिण के संबंध मजबूत होंगे। वहीं अब काशी में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शंकर नेत्रालय का विधिवत भूमि पूजन किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस मौके पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में आंखों का अद्भुत सेवा करने वाले संगठन हैं। इसका प्रेरणा हमारे गुरु कांची कामकोटि शंकराचार्य का है। इस परिवार से जुड़े लोग पिछले 40 साल से ऊपर इस महत्वपूर्ण कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन इसमें हर संभव मदद करेगी, जिससे जनता की अपेक्षा को हम पूर्ण कर पाएंगे। हरिहरपुर में एक साल के अंदर अस्पताल बनाया जाएगा।
हॉस्पिटल में सारी सुविधा का लाभ मिलेगा। जो भुगतान करने में सक्षम नहीं होंगे, उनको भी सारी सुविधाओं का लाभ मिलेगा। 80 फीसदी लोगों का मुफ्त इलाज और 20 फीसदी लोगों से ही जो भुगतान करने में सक्षम होंगे उनसे पैसा लिया जाएगा। जनता की सेवा करने वाले सभी लोगों को समर्थन होना चाहिए। इसमे केंद्र सरकार और राज्य सरकार अभी समर्थन दे रही है। विदेश में जो एनआरआई लोग हैं, वो भी अपने स्तर के अनुसार सहयोग में शामिल हो रहे हैं।
जिलाधिकारी एस राजलिंगम कहा कि यह बहुत बड़ा अवसर है, जो बनारस को एक अच्छा नेत्र हॉस्पिटल मिल रहा है। जब काशी-तमिल संगमम का आयोजन हो रहा है, तो शंकर आई फाउंडेशन की ओर से यह काशी के लिए बहुत बड़ा योगदान है। इससे क्षेत्र में सभी वर्ग के लोग खासकर गरीब तबके के लोगों को बहुत ही फायदा मिलेगा। वाराणसी की स्वास्थ्य अवस्थापना में एक और एडिशन होगा, जो यहां की आवश्यकता भी है। पूरे देश में अब तक इनका 13 हॉस्पिटल विभिन्न राज्यों में जो चल रहा है। लगभग 23 लाख सर्जरी सफलता पूर्वक कराई जा चुकी है। यूपी में इससे पहले कानपुर में भी एक हॉस्पिटल स्थापित है और यह दूसरा हॉस्पिटल होगा। प्रतिदिन लगभग 730 ऑपरेशन इनके द्वारा किया जा रहा है और सब कुछ मुफ्त है। जिलाधिकारी ने जिला प्रशासन की ओर से पूरी तरह से आश्वस्त करते हुए कहा कि इस हॉस्पिटल निर्माण में जो और जैसा सहयोग चाहिए वैसा सहयोग दिया जाएगा।
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