दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के गंभीर स्तर पर पहुंचने के बाद केंद्र के वायु गुणवत्ता पैनल ने तत्काल प्रभाव से यहां संशोधित ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान का तीसरा चरण लागू कर दिया है। पिछले 24 घंटों में हवा की गुणवत्ता गिरावट देखी गई है और सीपीसीबी के अनुसार रविवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 407 दर्ज किया गया। तीसरे चरण के लागू होने के साथ ही दिल्ली में गैर-जरूरी निर्माण गतिविधियों पर पाबंदी रहेगी।
पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार रविवार को हुई बैठक में संशोधित जीआरएपी के संचालन के लिए उप-समिति ने क्षेत्र में वायु गुणवत्ता परिदृश्य के साथ-साथ मौसम संबंधी स्थितियों और दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक के पूर्वानुमान की समीक्षा की।
उप-समिति ने पाया कि दिल्ली में एक्यूआई शांत हवा और स्थिर वायुमंडलीय स्थितियों के कारण ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई है। इसलिए, वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के प्रयास में, उप-समिति ने निर्णय लिया कि जीआरएपी के चरण तीन के तहत परिकल्पित सभी कार्य सही तरीके से लागू किया जाना चाहिए।
उप समिति ने सभी कार्यान्वयन एजेंसियों को सलाह दी है कि स्टेज तीन के कार्यान्वयन के लिए विशेष ड्राइव चलायें। ये विशेष रूप से निर्माण और तोड़-फोड़ की गतिविधियों, पत्थर के क्रशर, माइनिंग और उससे जुड़ी गतिविधियों, औद्योगिक संचालन, ईंट भट्ठा, गैर-अनुमोदित ईंधन का उपयोग करके गर्म मिश्रण संयंत्रों के संचालन को प्रतिबंध करती हैं।
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