'उइगर बंदियों को करो रिहा, उन्हें दो मुआवजा', चीन को संयुक्त राष्ट्र समिति की दो टूक
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

‘उइगर बंदियों को करो रिहा, उन्हें दो मुआवजा’, चीन को संयुक्त राष्ट्र समिति की दो टूक

चीन के सिंक्यांग प्रांत में करीब 1 करोड़ उगइर रहते हैं। इनमें से कथित हजारों उइगर विभिन्न यातना केन्द्रों में चीनी दमन का शिकार बनाए जा रहे हैं। इस समुदाय की संख्या सीमित करने के लिए कथित नसबंदी की जा रही है

by WEB DESK
Nov 25, 2022, 05:09 pm IST
in विश्व
प्रतीकात्मक चित्र

प्रतीकात्मक चित्र

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

संयुक्त राष्ट्र ने उइगरों के दमने के विरुद्ध न सिर्फ चीन को लताड़ लगाई है बल्कि यातना केन्द्रों में कैद उइगर बंदियों को फौरन रिहा करने को कहा है। इतना ही नहीं, बीजिंग को दो टूक शब्दों में कहा गया है कि उइगरों को उनके दमन को देखते हुए मुआवजे दिया जाए।

192 देशों के साझा अंतरराष्ट्रीय मंच संयुक्त राष्ट्र ने कम्युनिस्ट चीन पर अल्पसंख्यक उइगर मुस्लिमों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए उक्त हिदायत दी है। उल्लेखनीय है कि चीन के सिंक्यांग प्रांत में करीब 1 करोड़ उगइर रहते हैं। इनमें से कथित हजारों उइगर विभिन्न यातना केन्द्रों में चीनी दमन का शिकार बनाए जा रहे हैं। इस समुदाय की संख्या सीमित करने के लिए कथित नसबंदी की जा रही है।

पता चला है कि इस संदर्भ में ही संयुक्त राष्ट्र की एक समिति ने चीन से सिंक्यांग इलाके में कैदखानों में बंद उइगरों को शीघ्र रिहा करने की मांग की है। इस मांग के साथ समिति ने सिफारिश की है कि उइगर पीड़ितों को चीन उचित मुआवजा दे। बता दें कि चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है। इसके विरुद्ध गत अगस्त माह ने में संयुक्त राष्ट्र की तत्कालीन मानवाधिकार प्रमुख ने अपनी रिपोर्ट में सुधारों की सिफारिश की थी। वे सिंक्यांग के दौरे पर भी गई थीं जहां के दयनीय हालात को उन्होंने अपनी आंखों से देखा था।

उनकी वह चीन यात्रा अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में छाई रही थी। तबसे चीन पर लगातार दबाव बना हुआ है कि वह उइगरों का दमन बंद करे। लेकिन कम्युनिस्ट चीन ने हमेशा ही ऐसे आरोपों को सिरे से खारिज किया है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की उक्त रिपोर्ट में उइगर और अन्य मुसलमानों के साथ बीजिंग का रवैया मानवता के विरुद्ध अपराध घोषित किया जा सकता है।

दुनियाभर के मानवाधिकार समूहों ने मुस्लिम नस्लीय अल्पसंख्यक उइगरों के विरुद्ध चीन के दुर्व्यवहार को लेकर आवाज उठाई है। लेकिन जैसा पहले बताया, चीन सिंक्यांग में किसी भी तरह के मानवाधिकार के उल्लंघन से इनकार करता आया है। संयुक्त राष्ट्र की समिति के इस ताजे कदम पर जिनेवा में राजनयिक मिशन के चीनी प्रवक्ता ल्यु युयिन का कहना है कि बीजिंग संयुक्त राष्ट्र की उक्त समिति के इस वक्तव्य का पुरजोर तरीके से विरोध करता है।

चीन के प्रवक्ता का कहना है कि पश्चिमी देशों तथा चीन विरोधी अलगाववादी ताकतों ने गलत सूचनाएं गढ़ी हुई हैं। इन्हीं के आधार पर चीन को मानवाधिकार उल्लंघन के नाम पर बदनाम करने की कोशिश की जाती रही है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की 18 सदस्यों वाली ये समिति नस्लीय भेदभाव को लेकर 1965 के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रावधानों की पालना पर नियमित रूप नजर रखती है। इस सम्मेलन के सदस्यों में चीन सहित करीब 180 देश सम्मिलि​त हैं।

इसी समिति ने अपने वक्तव्य में यह भी कहा है कि “सिंक्यांग में मानवाधिकारों की हालत में सुधार न होने” ने हमें ऐसी सिफारिशें करने के लिए मजबूर किया है। समिति के उक्त पत्रक में चीन को ‘राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद का प्रतिकार करने और (सिंक्यांग) में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को नियंत्रित करने वाले अपने कानूनी ढांचे की पूरी समीक्षा करने” के लिए भी कहा गया है। ऐसा करके ही चीन 1965 के सम्मेलन के प्रावधानों की अनुपालना सुनिश्चित कर सकेगा।

Topics: unscpersecutionजिनेवाChinaकम्युनिस्टसंयुक्तराष्ट्रचीनउइगरUNसिंक्यांगuighurcommitteexinxiangtorturehumanrights
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

DU के सिलेबस में बदलाव

DU के सिलेबस में बदलाव: अब पढ़ाया जाएगा सिखों की शहादत, हटाए गए इस्लाम-चीन-पाक चैप्टर

Dalai Lama Succesor

दलाई लामा का 90वां जन्मदिन और चीन को संदेश

अमेरिका में क्वाड के मंच पर विचार रखते भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर।

QUAD: क्या है क्वाड? क्या करता है? चीन को चिढ़ क्यों?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies