गोवा में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (IFFI) का आयोजन हो रहा है। इसमें 23 नवंबर को पाञ्चजन्य की फिल्म विभाजन की विभीषिका की स्क्रीनिंग हुई। विभाजन की त्रासदी, गहरे जख्मों को उकेरती इस फिल्म को दर्शकों ने ध्यान से देखा। जितनी देर तक फिल्म चलती रही, उतनी देर तक पूरे हाल में खामोशी रही। फिल्म के समापन के साथ ही हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज गया। फिल्म की स्क्रीनिंग ऐसे दिन (ऑड डे) और समय में हुई जिसके बारे में कहा जाता है कि दर्शक कम होंगे, लेकिन विभाजन की त्रासदी को बड़े पर्दे पर देखने के लिए हाल पूरा भरा था
दर्शकों ने फिल्म को सराहा। उनका गला रुंधा हुआ था। ऐसे लग रहा था कि वे विभाजन की त्रासदी को महसूस कर रहे हैं। गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने भी सराहना की। उन्होंने कहा कि आज विभाजन विभीषिका फिल्म की स्क्रीनिंग हुई, इससे लोगों को पता चला कि उस समय क्या हुआ था। विभाजन का दर्द और उसकी कहानी पिछले 75 वर्ष से दबी थी, उसे पाञ्चजन्य अपनी फिल्म विभाजन की विभीषिका के माध्यम से सामने लेकर आया है। इस प्रयास के लिए मैं पाञ्चजन्य और उसकी टीम की सराहना करता हूं। उल्लेखनीय है कि फिल्म का निर्देशन पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर ने किया है।
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