गत नवंबर को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में 18 समाजसेवियों और सामाजिक संगठनों को संत ईश्वर सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान जूनापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी ने प्रदान किया। उनके साथ केेंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह एवं श्रीमती मीनाक्षी लेखी के अतिरिक्त अनेक वरिष्ठ जन उपस्थित थे।
कार्यक्रम का आयोजन संत ईश्वर फाउंडेशन और राष्ट्रीय सेवा भारती ने किया था। कार्यक्रम के प्रांरभ में संत ईश्वर फाउंडेशन की महासचिव वृंदा ने बताया कि सात वर्ष पूर्व संत ईश्वर सम्मान देना प्रारंभ हुआ था।
कार्यक्रम में आर्ट आफ लिविंग, बेंगलूरु की भानुमति नरसिम्हन को संत ईश्वर विशेष सेवा सम्मान मिला तो मिजोरम के पुईथीयाम रोरेलियना को विशिष्ट सेवा सम्मान दिया गया। इसके साथ ही कौशल्या रविंद्र हेगड़े, सोनम डुंडेन लेपचा, मेवालाल पाटीदार, राम कुमार सिंह, कच्छ के नीलकंठ गो विज्ञान केंद्र, तेलंगाना के पल्ले सृजन एवं उत्तर प्रदेश के खुशहाली फाउंडेशन को संत ईश्वर सेवा सम्मान दिया गया।
महिला एवं बाल विकास क्षेत्र के लिए ‘श्री गुरुजी ज्ञान मंदिर’ को विशिष्ट सेवा सम्मान, जम्मू की ‘मुक्ति संस्था’, महाराष्ट्र के ‘सावित्री बाई फुले महिला एकात्म मंडल’ और बिहार के ‘वन्दे मातरम युवा मिशन’ को विशिष्ट सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया।
पंजाब के उमेन्द्र दत्त, राजस्थान के डॉ. तपेश माथुर, उत्तराखंड के सच्चिदानन्द भारती, अरुणाचल प्रदेश के बानबंद लोसु एवं राजस्थान के मेजर सुरेंद्र नारायण माथुर को भी संत ईश्वर सम्मान से सम्मानित किया गया। संत ईश्वर फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री कपिल खन्ना ने बताया कि इस वर्ष संत ईश्वर सम्मान देने का शतक (100) पूरा हो गया है।
टिप्पणियाँ