महाराष्ट्र में शिंदे सरकार ने बड़ा एलान किया है। अब बनारस, हरिद्वार की तर्ज पर नासिक में भी गोदावरी नदी के तट पर हर रोज महाआरती होगी। महाआरती का समय शाम 7 बजे रखा गया है। दक्षिण की गंगा कही जाने वाली गोदावरी नदी की आरती में श्रद्धालु शामिल होंगे।
जानकारी के अनुसार महाआरती के लिए 11 पुजारियों को नियुक्त किया जाएगा। नासिक शहर धार्मिक स्थलों से भरा पड़ा है। यहां कुंभ मेले का आयोजन होता है। केंद्र सरकार ने भी गोदावरी नदी के तट के जीर्णोद्धार के लिए 5 करोड़ रुपये मंजूर किया है। रामायण काल में भगवान राम वनवास के दौरान नासिक में रुके थे। कहा जाता है कि भगवान लक्ष्मण ने रावण की बहन शूपनखा की यहीं पर नाक काटी थी, इसलिए इस शहर का नाम नासिक पड़ा।
बता दें कि ऋषिकेश, हरिद्वार, वाराणसी, प्रयागराज और कोलकाता में होने वाली गंगा आरती दुनियाभर में फेमस है। यहां शाम होते ही माहौल भक्तिमय बन जाता है। शंखनाद, डमरू की आवाज के साथ जयकारे गूंजने लगते हैं। इन जगहों के अलावा भी देश में कई जगह नदियों के तट पर आरती होती है।
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