राजस्थान के उदयपुर में ओड़ा रेल ब्रिज को डेटोनेटर से उड़ाने की साजिश के बाद पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर होने का दावा कर रही है, लेकिन हकीकत इसके विपरीत है। विस्फोटक सामग्री अभी भी खुलेआम बिक रही है। एक समाचार पत्र ने इसका खुलासा किया है।
समाचार पत्र ने दावा किया है कि उसकी टीम ने उदयपुर और राजसमंद में डेटोनेटर खरीदने का प्रयास किया तो बड़ी आसानी से मिल गया। टीम को 25 किलो डेटोनेटर साढ़े तीन हजार रुपए में राजसमंद में आमेट-सरदारगढ़ रोड पर खरीदा। उसके बाद उसे राजसमंद से उदयपुर तक लाया गया और लेकर शहरभर में घूमते रहे, लेकिन किसी ने पूछा तक नहीं। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि आखिर पुलिस-प्रशासन किस तरह के अलर्ट मोड पर है।
समाचार पत्र ने अपनी रिपोर्ट में यह भी दावा किया है कि उदयपुर जिले के ओड़ा, सिंघटवाड़ा, केवड़ा, रेला, पलोदड़ा, देवाला और एकलिंगपुरा जैसी जगहों पर भी 25 किलो की पेटी 3500 से 6 हजार रुपए में सप्लायर देने को तैयार हो गए, लेकिन एक दिन बाद देने को कहा। सप्लायर ने यह भी कहा कि अगर 25 किलो से ज्यादा चाहिए तो भी मिल जाएगा। दरअसल, डेटोनेटर लाइसेंसशुदा मैग्जीन ही देती है और लाइसेंस होने पर ही खरीदा जा सकता है, लेकिन यहां अवैध रूप से खुलेआम बिक रहा है।
तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करेंगे
अवैध रूप से डेटोनेटर बिकने की बात पर उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने कहा कि अभियान चलाकर कार्रवाई करेंगे। वहीं, राजसमंद एएसपी शिवलाल बैरावा ने कहा कि सभी थानाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
12 नवंबर की रात हुआ था धमाका
गौरतलब है कि 12 नवंबर को रात में उदयपुर से 31 किमी दूर ओड़ा ब्रिज पर डेटोनेटर से धमाका किया गया था, जिससे पटरी में क्रैक आ गया था और पटरी के बीच लगी आयरन प्लेट 10 फीट तक उखड़ गई थी। जांच एजेंसियां इसे आतंकी धमाका बता रही हैं। उस घटना के बाद पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड में रहने का दावा कर रही है।
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