सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी के खिलाफ कानपुर जनपद न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। इरफ़ान सोलंकी को गिरफ्तारी से बचाने के लिए समाजवादी पार्टी आन्दोलन करने की तैयारी कर रही है। फिलहाल इरफ़ान सोलंकी और उसके भाई की लोकेशन नहीं मिल रही है। गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले कानपुर जनपद के थाना जाजमऊ अंतर्गत एक झोपड़ी जला दी गई थी। इस झोपड़ी में रहने वाली वृद्ध महिला का सब सामान भी जल गया था। वृद्ध महिला का आरोप है कि सपा विधायक इरफान सोलंकी के भाई रिजवान ने उसकी झोपड़ी में आग लगवाई थी। महिला का यह भी आरोप है कि थाना प्रभारी ने उसकी शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय हीलाहवाली की। पुलिस कमिश्नर ने थाना प्रभारी जाजमऊ को निलंबित कर दिया था। पुलिस ने विधायक इरफ़ान सोलंकी और उसके भाई रिजवान की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी। अभी भी दोनों लोग पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
वृद्ध महिला का कहना है कि जिस भूखंड पर उसकी झोपड़ी है, उस भूखंड का विवाद चल रहा है। उसके परिवार के लोग जब किसी शादी में गए थे। मौका पाकर सपा विधायक इरफान सोलंकी के भाई रिजवान सोलंकी ने उसकी झोपड़ी में आग लगवा दी। आग लगने के कारण उसके घर का सभी सामान जलकर राख हो गया। जब यह मामला कानपुर के पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड के संज्ञान में आया तो उन्होंने कार्रवाई के आदेश दिए। घटना होने के बाद ढिलाई बरतने वाले थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया।
इस विवाद में समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी ने एक वीडियो जारी किया था। इरफ़ान सोलंकी ने वीडियो में अपील करते हुए कहा था कि इस विवाद में मामले में विधायकों की एक कमेटी गठित की जाए और उस कमेटी से इस प्रकरण की जांच कराई जाए। इरफ़ान सोलंकी का कहना था कि पुलिस ने उनकी पत्नी और बच्चों से अभद्रता की। मूल रूप से प्रयागराज की रहने वाली बेबी नाज का मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है, जहां उनके परिवार के लोग झोपड़ी बनाकर रहते हैं।
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