हैदराबाद। भाजपा से निलंबित विधायक टी राजा को जमानत मिल गई है। जमानत मिलने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा – धर्म की विजय हुई। एक बार पुनः आपकी सेवा में उपस्थित हो गया हूं। जय श्री राम। तेलंगाना हाई कोर्ट ने उन्हें इस शर्त पर जमानत दी है कि वह न तो कोई रैली करेंगे और न ही पत्रकारों को संबोधित करेंगे।
पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर उन्हें गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उन्हें जमानत मिल गई थी। इसके बाद कट्टरपंथी मुस्लिमों ने हैदराबाद में जमकर बवाल काटा था। उन्होंने सर तन से जुदा करने के नारे भी लगाए थे। तेलंगाना पुलिस ने राजा सिंह को फिर गिरफ्तार किया।
इस बीच राजा सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय में मीटिंग हुई है। उनको भी ईगो हो गया है। किसी भी हालत में राजा सिंह को जेल में डाला जाए या तड़ीपार किया जाए, या बेड़िया डालकर जेल में रखा जाए। ऐसा बोलकर मेरे पास सूचना आई है।
राजा सिंह ने वीडियो में कहा कि मैं मुख्यमंत्री जी को बताना चाहता हूं कि न हम गोली से डरते हैं, न फांसी से डरते हैं और न ही जेल से डरते हैं। धर्मयुद्ध है। कोई हमारे भगवान को गाली दे ये हमें बर्दाश्त नहीं। जो धर्म को ललकारेगा, जिस भाषा में समझेगा, उस भाषा में राजा सिंह ही नहीं, भारत का हर हिंदू उस दुश्मन को जवाब देगा।
उन्होंने ट्वीट भी किया था कि मुझे आज या कल गिरफ्तार किया जा सकता है मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि अगर कोई मेरे देश मेरे धर्म को बुरा कहेगा तो मैं उसे उसी की भाषा मे जवाब दूंगा, चाहे इसकी सजा जो भी हो। अब हिन्दू पीछे हटने वाला नहीं। आशा करता हूं कि इस धर्म युद्ध मे हर हिन्दू हमेशा की तरह मेरा साथ देगा। जय श्री राम
कहा था- धर्म के लिए मरने को भी तैयार हूं
टी राजा गोशामहल से विधायक हैं। उन्होंने हैदराबाद में कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के शो का विरोध किया था। उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर भी टिप्पणी की। विधायक राजा ने कहा था कि मैं धर्म के लिए लड़ रहा हूं। धर्म के लिए मरने को भी तैयार हूं। यूट्यूब से मेरा वीडियो हटा दिया गया है। रिहा होने के बाद वीडियो का दूसरा हिस्सा भी यूट्यूब पर अपलोड करने की बात उन्होंने कही।
राजा ने कहा कि मेरे खिलाफ थानों में शिकायतें क्यों दर्ज की गईं ? मेरे राम, राम नहीं है? हमारी सीता, सीता नहीं हैं? मैंने पुलिस से अनुरोध किया था कि वह कॉमेडियन को कार्यक्रम की अनुमति न दे। उसने भगवान राम और माता सीता के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया था।
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