उत्तर प्रदेश के वाराणसी में उदय प्रताप कॉलेज के परिसर में छोटे से मजार को अवैध तरीके से मस्जिद बनाने का मामला प्रकाश में आया है। छात्रों को जब इस बात का पता चला तो मुख्य द्वार बंद कर धरने पर बैठ गए। छात्रसंघ उपाध्यक्ष प्रत्याशी अभिषेक सिंह, महामंत्री प्रत्याशी कुश सिंह समेत दर्जनों की संख्या में छात्र इकठ्ठा होकर नारेबाजी करने लगे। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज में जबरदस्ती अवैध तरीके से मस्जिद का निर्माण किया जा रहा था। जो विरोध के बाद रुक गया है। काफी प्रयास के बाद पुलिस ने छात्रों से ज्ञापन लेकर वापस भेज दिया।
छात्र अभिषेक सिंह ने बताया कि उदय प्रताप शिक्षा समिति द्वारा शिक्षण संस्थान संचालित होता है। परिसर में मौजूद छोटे से मजार को अवैध तरीके से मस्जिद का रूप दिया जा रहा है। अराजक तत्त्वों द्वारा रात्रि में ईंट, बालू, सीमेंट मंगा कर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। हम लोगों के विरोध करने पर वो लोग जबरदस्ती मारपीट करने पर उतर आए। कॉलेज के कर्मचारियों को जब इसकी सूचना लगी तो वो लोग उनसे भी लड़ने लगे। इसलिए आज सुबह हम छात्रों ने शांति का रास्ता अपना कर विरोध शुरू किया। छात्र कुश सिंह ने बताया कि किसी भी दशा में हम छात्र मस्जिद को बनने नही देंगे। मजार के आस-पास निर्माण कार्य की कोई भी अनुमति इनके पास नहीं है। परिसर में अराजकतत्वों द्वारा माहौल को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस कमिश्नरेट के वरुणा जोन के एडीसीपी प्रबल प्रताप सिंह ने छात्रों को समझा बुझाकर मुख्य द्वार को खुलवाया। छात्रों ने पुलिस अधिकारियों से भी लिखित शिकायत की है कि रात्रि में ट्रैक्टर से निर्माण सामग्री मंगाया जाता है। परिसर से उसे हटाया जाए। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी। निर्माण कार्य की कितनी सच्चाई है, इसको देखा जा रहा है। कॉलेज प्रशासन से भी संवाद किया जा रहा है। साथ ही निर्माण कार्य मे जुड़े लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। फिलहाल कार्य रोक दिया गया है।
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