आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी देखते ही देखते आरोपों के दलदल में धंस गई। इसके नेता भ्रष्टाचार, दंगे और अराजक गतिविधियों में लिप्त होते गए। खुद को कट्टर ईमानदार कहने वाले इस पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को ये दाग भी अच्छे नजर आते हैं। महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने अरविंद केजरीवाल पर भी बड़ा आरोप लगाया है। उसने खुलासा किया कि अरविंद केजरीवाल ने उससे खुद मुलाक़ात की और कैलाश गहलोत के फार्म हाउस में 50 करोड़ रुपए दिए गए। उपराज्यपाल को लिखे पत्र में उसने दावा किया कि ये मुलाकात वर्ष 2016 में हयात होटल में हुई थी।
केजरीवाल के दो बड़े मंत्रियों सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया पर गंभीर आरोप लगे हैं। एक मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं, और महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने आरोप लगाया है कि उन्होंने उससे करोड़ों रुपये लिये हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया था कि वह जेल के अंदर वीआईपी ट्रीटमेंट ले रहे थे। मसाज करा रहे थे। खुद को कट्टर ईमानदार कहने वाली पार्टी को शायद भ्रष्टाचार के ये दाग अच्छे लग रहे हैं। तभी तो अभी भी सत्येंद्र जैन न केवल पार्टी में बल्कि मंत्री भी बने हुए हैं। अन्ना हजारे भी अरविंद केजरीवाल को सुधरने की सीख दे चुके हैं।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया शराब घोटाले में फंसे हुए हैं। उन पर आरोप है कि उनके द्वारा प्राइवेट वेंडर्स को करीब 144 करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया गया है। उन पर ये भी आरोप है कि उन्होंने उपराज्यपाल का अप्रूवल लिए बिना कई बड़े फैसले लिए। इस आबकारी घोटाले में सीबीआई ने जिन 14 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, उनमें मनीष सिसोदिया का नाम सबसे ऊपर है। आज उन्होंने फिर दावा किया कि वह पाक साफ हैं। इन्होंने झूठी FIR कर मेरे घर रेड करवाई, बैंक लॉकर तलाश लिए, मेरे गांव में जांच कर ली लेकिन मेरे खिलाफ कहीं कुछ नहीं मिला। आज इन्होंने मेरे PA के घर पर ईडी की रेड करी वहां भी कुछ नहीं मिला तो अब उसको गिरफ़्तार कर के ले गये है। भाजपा पर निशाना साधकर उन्होंने सच्चाई का सर्टिफिकेट अपने आप को और अपने पीए को स्वयं ही दे दिया।
आप के विधायक अमानतुल्लाह खान को दिल्ली पुलिस ने बैड करेक्टर तक घोषित कर दिया है। वक्फ बोर्ड घोटाले में वह आरोपी हैं। इस समय जमानत पर बाहर हैं, लेकिन दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा का कहना है कि उनका आपराधिक अतीत रहा है और वह सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं। उन्हें उम्रकैद तक की सजा हो सकती है, इसलिए उनकी जमानत रद की जाए। इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने अमानतुल्लाह खान से जवाब मांगा है। वक्फ बोर्ड घोटाले में उनके खिलाफ सीबीआई भी कार्रवाई कर रही है।
सक्रिय दंगाई ताहिर
आम आदमी पार्टी का पार्षद रहा ताहिर हुसैन दिल्ली दंगों में लिप्त था। सुनियोजित साजिश के तहत उसने दंगों को हवा दी। दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने यहां तक कहा कि ताहिर हुसैन षड्यंत्रकारी ही नहीं था, बल्कि सक्रिय दंगाई भी था। दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने ताहिर हुसैन पर खजूरी खास इलाके में दंगा-फसाद और आपराधिक साजिश के आरोप तय किया। ताहिर हुसैन के घर से पत्थर, पेट्रोल बम फेंके गए थे। जांच के दौरान एसआईटी ने पाया कि ताहिर हुसैन के घर का इस्तेमाल दंगाइयों ने किया था जहां से ताहिर हुसैन समेत दूसरे आरोपियों ने पत्थरों और पेट्रोल बमों से हमला किया था।
दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री का फर्जीवाड़ा
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के कानून मंत्री रहे जितेंद्र तोमर को फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार किया गया। उन पर वकालत की फर्जी डिग्री रखने का आरोप था। अरविंद केजरीवाल सरकार के पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती पर उनकी पत्नी ने प्रताड़ना का आरोप लगाया था। गलत बयानों को लेकर उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में भी उनके खिलाफ मामला दर्ज है। उन पर एम्स के कर्मचारियों से मारपीट का भी आरोपवर्ष 2018 में दिल्ली सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री रहे आसिम अहमद खान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा। एक बिल्डर से 6 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप था। हालांकि इसके बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। आम आदमी पार्टी में मंत्री रहे संदीप कुमार पर राशन कार्ड बनवाने के बहाने महिला से दुष्कर्म का आरोप लगा। उन्हें जेल भेजा गया। संदीप कुमार महिला एवं बाल विकास कल्याण मंत्री थे। आरोप के बाद उन्हें सरकार से बर्खास्त किया गया।
पंजाब में भी कट्टर दाग
दिल्ली के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में बनी। भ्रष्टाचार के दाग दिल्ली से पंजाब तक पहुंचे। आप सरकार के गठन के कुछ दिन बाद ही स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंघला पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। वह भी जेल भेजे गए। उन पर ठेके में कमीशन लेने का आरोप लगा। पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब होती जा रही है। खालिस्तानी आतंकियों का खुलेआम उत्पात शुरू हो गया है। हिंदूवादी नेता सुधीर सूरी की उस समय हत्या कर दी गई, जब उनके आसपास काफी संख्या में पुलिसकर्मी थे। खालिस्तानी आतंकियों और ड्रग्स पर अंकुश न लगा पाने का उनकी सरकार पर आरोप लग रहा है।
आम आदमी पार्टी सरकार के मंत्री और नेताओं पर गंभीर आरोप लगे। कुछ जेल में हैं तो कुछ पर जेल जाने की तलवार लटक रही है। लेकिन यह विडंबना ही है कि जेल में रहने के बावजूद केजरीवाल के मंत्री अभी भी मंत्री पद पर बरकरार हैं। खुद को कट्टर ईमानदार का तमगा देने वाले आप के नेताओं को क्या ये कट्टर दाग अच्छे लगते हैं?
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