गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने साबरमती संवाद में राज्य की सुरक्षा-व्यवस्था से लेकर प्रासंगिक मुद्दों पर वरिष्ठ पत्रकार गोपाल गोस्वामी से की बेबाक बातचीत
गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि प्रदेश की सुरक्षा-व्यवस्था को चाकचौबंद करते हुए समाज में विभिन्न रूपों में छिपे देश-समाज के दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने के लिए गुजरात पुलिस-एटीएस सतत लगी हुई है। गुजरात की समुद्री सीमा के लगभग 1600 किमी लंबी होने से सीमापार से आने वाले ड्रग्स को रोकना गुजरात पुलिस के लिए एक चुनौती रहती है। लेकिन पिछले एक वर्ष में गुजरात पुलिस ने इस चुनौती से पार पाते हुए 30 पाकिस्तानी ड्रग माफिया को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा प्रदेश भर में 700 से अधिक ड्रग माफिया पकड़े गए, जिनकी अब तक जमानत भी नहीं हुई। राज्यभर में हजारों करोड़ रुपये के ड्रग्स जब्त किए गए हैं।
केवल गुजरात में ही नहीं, गुजरात पुलिस ने कोलकाता, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी ड्रग्स की खेप पकड़ी है इसका परिणाम है कि गुजरात पुलिस की कार्रवाइयों से पाकिस्तानी ड्रग माफिया में इतना खौफ छा गया कि उन्होंने गुजरात की समुद्री सीमा को लगभग छोड़ दिया। इसके बजाय वे अन्य रास्तों से देश में ड्रग्स आपूर्ति करने में लगे हैं। पंजाब की दो जेलों से ड्रग्स का काम हो रहा है। गुजरात सरकार ने इस बारे में पंजाब सरकार से बात की परंतु पंजाब ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। लेकिन मेरा स्पष्ट निर्देश है कि ड्रग्स में कोई राजनीति नहीं। इसी तरह से ड्रग्स के विरुद्ध सभी को एकजुट होना पड़ेगा। यह हमारे समाज के लिए घातक है, इसे समझना पड़ेगा।
ईसाई मिशनरियों की बढ़ती गतिविधि पर उन्होंने कहा कि गुजरात पुलिस ने भरूच में नेटवर्क तोड़ने में सफलता प्राप्त की है। इसके लिए देश सहित विदेशों से फंड आ रहा था। हमने इसे रोका है। तापी डांग, नर्मदा जैसे कई जिलों में इसका असर दिखा है। मैं बताना चाहता हूं कि सरकार इस पर बहुत गंभीरता से काम कर रही है। इसके अलावा द्वारका एवं अन्य हिंदू स्थानों पर मजहबी तत्वों ने अवैध कब्जा किया था।
गुजरात पुलिस की कार्रवाइयों से पाकिस्तानी ड्रग माफिया में इतना खौफ छा गया कि उन्होंने गुजरात की समुद्री सीमा को लगभग छोड़ दिया। इसके बजाय वे अन्य रास्तों से देश में ड्रग्स आपूर्ति करने में लगे हैं। पंजाब की दो जेलों से ड्रग्स का काम हो रहा है। गुजरात सरकार ने इस बारे में पंजाब सरकार से बात की परंतु पंजाब ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। लेकिन मेरा स्पष्ट निर्देश है कि ड्रग्स में कोई राजनीति नहीं। इसी तरह से ड्रग्स के विरुद्ध सभी को एकजुट होना पड़ेगा। यह हमारे समाज के लिए घातक है, इसे समझना पड़ेगा।
गुजरात पुलिस ने बेट द्वारका, कर्णावती समेत पांच जिलों में ऐसे सैकड़ों अवैध कब्जों को खत्म किया है। इसी तरह गोहत्या के मामलों में पुलिस शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई करती है। गुजरात पुलिस की चुस्ती का ही परिणाम है कि राज्य में आपराधिक घटनाओं को कम करने में बड़ी सफलता मिली है। और हां, अब बात केवल अपराधियों को पकड़ने तक नहीं रह गई है बल्कि अपराधियों के विरुद्ध मजबूत मुकदमा बनाकर उन्हें सजा सुनिश्चित करना उद्देश्य होता है।
पिछले एक वर्ष में दस से अधिक जघन्य मामले ऐसे हैं, जिनमें तीन माह के भीतर आरोपपत्र दाखिल कर दिया गया और सजा सुना दी गई। आज पॉक्सो कानून के तहत गुजरात सबसे कम लंबित प्रदेशों में शुमार है।
द्वारका एवं अन्य हिंदू स्थानों पर मजहबी तत्वों ने अवैध कब्जा किया था। गुजरात पुलिस ने बेट द्वारका, कर्णावती समेत पांच जिलों में ऐसे सैकड़ों अवैध कब्जों को खत्म किया है। गोहत्या के मामलों में पुलिस करती है तत्काल कार्रवाई
निश्चित ही यह भी गौर करने लायक बात है कि पुलिस को बहुत तनावपूर्ण माहौल में कार्य करना पड़ता है। हमारी सरकार उनके लिए आवास सोसाइटी बनवा रही है। इस घर में दो शयनकक्ष होंगे। इसके अलावा पुलिसकर्मियों के वेतन पर भी राज्य सरकार ने काम किया है। प्रदेश सरकार ने 12000 पुलिसकर्मियों की भर्ती भी की है।
श्री संघवी ने समान नागरिक संहिता के सवाल के जवाब में कहा कि जिन राज्य सरकारों ने इस दिशा में कदम आगे बढ़ाए हैं, वह उनके लिए योग्य और सही कदम होगा। रही बात गुजरात की तो हमारे संज्ञान में यह विषय है। समय आने पर सब अच्छा होगा, इतना मैं जरूर कह सकता हूं। -पाञ्चजन्य ब्यूरो
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