अमृतसर में हिंदूवादी नेता सुधीर सूरी की शुक्रवार को दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी है। उल्लेखनीय है कि अमृतसर के गोपाल मंदिर के बाहर कूड़े में भगवान की मूर्तियां मिलने के विरोध में शिवसेना नेता मंदिर के बाहर धरने पर बैठे थे और इसी दौरान भीड़ में किसी ने उन्हें गोली मारी दी। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
पिछले दिनों उनकी हत्या की साजिश में खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह के गुर्गों को गिरफ्तार किया गया था। सरेआम हुई इस वारदात के बाद पंजाब की कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर बड़े सवाल उठ रहे हैं। सुधीर सूरी शिवसेना (एच) पार्टी के बड़े चेहरे थे। वहीं, पुलिस का कहना है कि हत्यारोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
गिरफ्तार किए गए थे लखबीर के गुर्गे
कनाडा में बैठे खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह लंडा ने पिछले दिनों अमृतसर में हिन्दू नेता सुधीर सूरी को मारने के लिए गैंगस्टर भेजे थे, लेकिन पुलिस ने चारों को चार पिस्तौल व कारतूसों के साथ काबू कर लिया था। चारों को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स, सीआईए अमृतसर और तरनतारन पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर दबोचा। इन सभी को तरनतारन से गिरफ्तार किया गया। ये चारों उस ग्रुप का हिस्सा हैं, जिसे खुद लंडा कनाडा में बैठ चलाता है। कुछ दिन पहले तरनतारन के गांव अलादीनपुर में एक कपड़ा व्यापारी की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। जांच में पता चला कि इसके पीछे लखबीर सिंह लंडा का हाथ था।
इस मामले में पुलिस ने दो शूटर रवीशेर सिंह उर्फ रवी निवासी शेरों और वरिन्दर सिंह उर्फ भिंडी उर्फ काका निवासी नौशहरा पन्नूआं को गिरफ्तार किया था।
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