रूस से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है। खबर यह है कि पाकिस्तान रूस की पीठ में छुरा घोंप रहा है। पाकिस्तान के नेता पुतिन को धोखा देने की साजिशें रच रहे हैं। वे यूक्रेन के साथ कथित परमाणु तकनीक पर गुप्त चर्चा चलाए हुए हैं। संभव है दोनों देशों के बीच परमाणु खिचड़ी पक रही है। यह आरोप और किसी ने नहीं, खुद रूस के एक वरिष्ठ सीनेटर ने लगाया है। उनका कहना है कि पाकिस्तान परमाणु तकनीक पाने में यूक्रेन की मदद कर रहा है।
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को नौ महीने होने को आए, लेकिन इसके थमने के आसार दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं। जबकि इस युद्ध की वजह से रूस के दुनिया के कई देशों से कूटनीतिक संबंध बिगाड़ते दिखाई दे रहे हैं। अब कुछ ऐसी ही खटास रूस के पाकिस्तान के साथ संबंधों में आती दिखाई दे रही है।
परमाणु तकनीक के हस्तांतरण की बात अब सिर्फ गुप्त चर्चा तक सीमित नहीं रही है। रूस के इस सीनेटर ने तो यहां तक दावा किया है कि पिछले दिनों यूक्रेन के कई अधिकारी इसी उद्देश्य से इस्लामाबाद का दौरा कर आए हैं। बताते हैं, इसमें यूक्रेन के परमाणु क्षेत्र के विशेषज्ञ भी शामिल थे।
रूसी सीनेटर इगोर मोरोजोव का यह आरोप इतना चौंकाने वाला है कि दुनिया भर के सामरिक विशेषज्ञों का ध्यान इसी घटनाक्रम की तरफ खिंच गया है। रूस के कई अधिकारी पाकिस्तान पर लगातार नजर बनाए हुए हैं, क्योंकि सब जानते हैं कि पाकिस्तान वह देश नहीं है जिस पर किसी तरह से भी भरोसा किया जा सकता है।
रूस और यूक्रेन के बीच तेज होते जा रहे युद्ध के बीच इगोर मोरोजोव का ऐसा गंभीर दावा करना कोई हल्के में नहीं लिया जा सकता। मोरोजोव ने स्पष्ट आरोप लगाया है कि यूक्रेन और पाकिस्तान के बीच परमाणु हथियार बनाने की तकनीक पर विस्तृत बातचीत हुई है। रूस की समाचार एजेंसी रिआ नोवोत्स्की ने इस विषय पर एक बड़ी रिपोर्ट प्रकाशित की है। रिपोर्ट के अनुसार, इगोर मोरोजोव ने यह दावा यूक्रेन पर एक प्रेस वार्ता के दौरान किया था।
पता यह भी चला है कि इस विषय पर आगे चर्चा के लिए पाकिस्तान के अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी तकनीकी वार्ता के लिए यूक्रेन के दौरे पर गया था। रूस के सत्ता गलियारों में सीनेटर इगोर के ऐसे आरोप के बाद यह सवाल घुमड़ रहा है कि कहीं पाकिस्तान राष्ट्रपति पुतिन को झांसा तो नहीं दे रहा है।
उल्लेखनीय है कि इगोर मोरोजोव रूस की रक्षा समिति के वरिष्ठ सदस्य भी हैं। इतना ही नहीं, वे रूस में और रूस के बाहर अनेक महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। मोरोजोव को रूस, अफगानिस्तान तथा पाकिस्तान से भी सम्मान मिल चुके हैं। रूस के इस वरिष्ठ सीनेटर ने ही यह भी कहा है कि यूक्रेन के पास ‘डर्टी बम’ को बनाने की तकनीक तो है, लेकिन इसे बनाने लायक पैसा नहीं है।
मोरोजोव ने यूक्रेन के संभावित परमाणु हथियार को वास्तविक खतरा बताया है। ऐसे में भारत की तरह रूस से सस्ते में तेल खरीदने को मचल रहे पाकिस्तान की वह मंशा शायद पूरी न हो पाए। इस खबर के सामने आने के बाद, कल शाम पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता असीम इफ्तिखार अहमद की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ‘ऐसे आधारहीन और तथ्यहीन वक्तव्य पर हमें हैरानी है’।
रूसी सीनेटर के इस दावे से पहले, दुनिया जानती है कि रूस ने खुद गत 26 अक्तूबर को परमाणु हथियारों के साथ युद्धाभ्यास किया था। तब रूस ने इस पर एक बयान जारी किया था कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की देखरेख में जमीन, सागर तथा हवाई बलों को प्रशिक्षित किया गया। बयान के अनुसार, इस अभ्यास के दौरान बालिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को भी दागा गया था। रूस का कहना था कि इस अभ्यास में रणनीतिक सुरक्षाबलों का प्रशिक्षण हुआ जिसमें तय लक्ष्य हो हासिल किया गया।
इससे समझा यह जा रहा है कि रूस की गुप्तचरी एक लंबे समय से यूक्रेन की हर हरकत पर नजर रखे हुए था। तब भी रूस की तरफ से आशंका जताई गई थी कि यूक्रेन किसी कथित ‘डर्टी बम’ पर काम कर रहा है। ऐसी आशंकाओं को देखते हुए ही रूस ने उक्त अभ्यास किया था।
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