अयोध्या में नवमी के दिन 14 कोसी परिक्रमा के साथ साप्ताहिक मेला शुरू हो गया। इस परिक्रमा में प्रतिभाग करके श्रद्धालु अक्षय पुण्य प्राप्त करेंगे। अयोध्या के मंदिरों, धर्मशालाओं एवं अन्य ठहरने के स्थान पर श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। एक अनुमान के अनुसार करीब 20 लाख लोगों के पहुंचने की संभावना है। श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते जिला प्रशासन ने जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट को तैनात किया है। यातायात का डायवर्जन भी किया जा रहा है। 14 कोसी परिक्रमा में श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है। अन्तरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में मेला कंट्रोल रूम स्थापित किया गया। मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के साथ ही पूरी अयोध्या के विकास की योजना मूर्तरूप ले रही है। वैदिक और स्मार्ट सिटी का समन्वय स्थापित करते हुए नव्य अयोध्या का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए उत्तर प्रदेश आवास-विकास परिषद ने 639 एकड़ भूमि चिन्हित की है। अयोध्या में राम की पैड़ी के सौंदर्यीकरण, सिविल कार्य, बहुउद्देशीय हाल, गुप्तार घाट, लक्ष्मण किला घाट, रामकथा का विस्तारीकरण एवं राजा दशरथ की समाधि के जीर्णोद्धार का कार्य पूरा हो चुका है।
पंच कोसी परिक्रमा करने वालों के लिए विश्राम स्थलों, मल्टी लेवल कार पार्किंग, बस स्टैंड, क्ववीन-हो मेमोरियल का सौंदर्यीकरण और यात्री निवास के उच्चीकरण का कार्य प्रगति पर है। आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, लोक निर्माण विभाग, नगर विकास, सिंचाई एवं जल शक्ति, ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा विभाग की ओर से भी अयोध्या के विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। इन सब कार्यों को जोड़ कर अयोध्या में केंद्र और प्रदेश सरकार 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने जा रही है। 2018 में नई पर्यटन नीति आने के बाद अयोध्या के लिए 20 प्रस्ताव सरकार को मिल चुके हैं। इसमें होटल, रिजॉर्ट और 3 हेरिटेज भी शामिल हैं।
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