अमर बलिदानी सुखदेव के वंशज व शहीद थापर मैमोरियल ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक थापर ने आंतकी जरनैल सिंह भिंडरावाला की तर्ज पर युवा पीढ़ी को भारत व हिन्दुओं के खिलाफ भडक़ाने वाले अमृतपाल सिंह के खिलाफ सख्त कारवाई की मांग केंद्र व राज्य सरकार से की। थापर ने अमृतपाल को भारत विरोधी ताकतों का एजेंट करार देते हुए सोशल मीडिया पर अमृतपाल की तरफ से देश व हिन्दू विरोधी बयानों को बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत करने वाले चैनलों पर भी नकेल कसने का आग्रह केन्द्र से किया।
वारिस पंजाब दे संगठन को भारत सरकार की तरफ से प्रतिबंधित गुरपतवंत सिंह पन्नू की सिख्स फार जस्टिस की बी टीम बताते हुए उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिख धर्म के प्रचारक का बुर्का पहन कर भारतीय फौज के हाथों 1984 के दशक में मारे गए भिंडरावाला की तर्ज पर युवा वर्ग को भारत सरकार व हिन्दुओं के खिलाफ भडक़ा कर पंजाब को एक बार फिर से आंतकवाद की भट्टी में धकेलना चाहता है। यहीं बस नहीं वह भारत की धरती पर सिखों की गुलामी की बड़ी बातें करके विदेशों में बैठे भारत विरोधी अपने आकाओं को खुश करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहा।
पंजाब सहित पूरे देश में आंतकी गतिविधियां करने वाले आंतकियों की जेलों से रिहाई व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह व पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल वैद्य के हत्यारों को कौमी शहीद बताने पर उन्होने कहा कि हजारों लोगों के कातिल शहीद कैसे हो सकते हैं। पंजाब में 1978 में हुए सिख-निरंकारी विवाद के बाद दो दशक तक फैले आंतकवाद के दौर जैसे हालात राज्य में फिर से बनने पर थापर ने कहा कि अमृतपाल की देश विरोधी गतिविधियों पर पंजाब सरकार की चुप्पी भी पंजाब में आंतकवाद फिर से पनपाने की निति दिखाई दे रही है।
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