दारुल उलूम की फिर से सरकार विरोधी नीति, मदरसों के लिए मान्यता नहीं लेने का फैसला
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

दारुल उलूम की फिर से सरकार विरोधी नीति, मदरसों के लिए मान्यता नहीं लेने का फैसला

दारुल उलूम में आयोजित राब्ता-ए-मदारिस में उलेमाओं ने फैसला लिया है कि मदरसों के लिए सरकार से मान्यता नहीं लिया जाएगा।

by विशेष संवाददाता
Oct 31, 2022, 10:12 am IST
in उत्तर प्रदेश
दारुल उलूम

दारुल उलूम

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

सहारनपुर के देवबंद स्थित दारुल उलूम में आयोजित राब्ता ए मदारिस में एक बार फिर से सरकार के विरोध में उलेमाओं ने फैसला लिया है। मदरसों के लिए सरकार से मान्यता नहीं लेने का फैसला सुनाया गया है। दारुल उलूम ने ये फैसला भी किया है वो सरकारी मदद नहीं लेंगे और न ही अपने पाठ्यक्रम में कोई सरकारी बदलाव सहन करेंगे।

करीब तीन हजार मदरसा संचालकों की बैठक के बाद दारुल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि मदरसा अपना पाठ्यक्रम बिल्कुल नहीं बदलेगा और यहां बुनियादी शिक्षा को तवज्जो दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमे किसी भी सरकार से या शिक्षा बोर्ड से मान्यता लेने की जरूरत नहीं है।

दारुल उलूम के प्राचार्य मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि हमारे मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे संस्कार सीखते हैं, ये ट्रेनों में आग नहीं लगाते। हमारी तालीम बेगुनाह को मारना मरना नहीं सिखाती। उन्होंने कहा कि हमारे मदरसों के दरवाजे हमेशा खुले हैं कोई भी आकर देख सकता है।

सम्मेलन में यूपी सरकार और किसी भी अन्य राज्य सरकार के बारे में एक शब्द नहीं बोला गया। सभी वक्ताओं ने केवल अपनी बात रखी। मौलाना अरशद मदनी ने सभी मदरसा संचालकों से कहा कि वो अपने यहां बेसिक शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को गणित, विज्ञान, इंग्लिश और क्षेत्रीय भाषाओं को पढ़ाने के लिए उचित प्रबंध करें।

अपने निवास पर पत्रकारों से अलग से बात करते हुए मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि यूपी सरकार ने जो सर्वे मदरसों का करवाया है उससे देख कहा जा सकता है कि इतने हालात मदरसों के खराब भी नहीं हैं। बहरहाल देवबंद दारुल उलूम ने एक बार फिर से सरकार की शिक्षा नीतियों का विरोध करके अपनी राजनीति को स्पष्ट कर दिया है कि वो मदरसों के बारे में किसी का हस्तक्षेप सहन नहीं करेगी।

Topics: सहारनपुर समाचारsaharanpur newsमदरसाMadrasaDarul Uloomदारुल उलूमसरकार से मान्यताउलेमाओं का फैसलाGovernment recognitionUlema's decision
Share6TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

नाबालिग लड़की का निकाह

13 साल की बच्ची का 45 साल के शख्स से निकाह, FIR दर्ज, आरोपी फरार

शिक्षका ने प्राथमिक विद्यालय भवन पर उर्दू में लिखवाया नाम

बिजनौर: सरकारी स्कूल की दीवार पर उर्दू में नाम लिखने पर बवाल, मुस्लिम शिक्षकों की तस्वीरें वायरल

Chaunsla Mosque

नैनीताल: चौंसला में डेमोग्राफी चेंज और अवैध मस्जिद-मदरसे, सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज

सहारनपुर पुलिस ने आरोपी अब्दुल को किया गिरफ्तार

सहारनपुर: गौमाता के खून को गन्ने का ताजा रस बताने वाला अब्दुल गिरफ्तार

प्रतीकात्मक तस्वीर

बहराइच: मदरसे में जांच के दौरान खुली पोल, 10वीं के छात्र अंग्रेजी में नहीं लिख पाए अपना नाम

रेलवे ट्रैक (प्रतीकात्मक चित्र)

नेपाल-भारत सीमा: रेलवे ट्रैक का पैडल खोलते पकड़े गए मदरसे के 2 लड़के

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies