उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने सूरजकुंड गृह मंत्रियों के सम्मेलन में कहा, कि साइबर क्राइम ठगी को रोकने के लिए बैंकिंग व्यवस्था में सुधार जरूरी है। डीजीपी ने अपने पावर प्रजेंटेशन में बताया, कि कैसे हम साइबर ठगी को बहुत हद तक रोक सकते हैं ।
डीजीपी ने अपने प्रस्तुतिकरण में दावा करते हुए कहा कि, ज्यादातर साइबर बैंक ठगी या क्राइम के मामले बैंक अवकाश के दिन होते हैं। और उस दिन बैंकों की हेल्पलाइन बंद होती है। उन्होंने कहा, कि देश-विदेश के बैंकों को चाहिए कि वो पीड़ितों को तुरंत मदद पहुंचाने के लिए सहयोग करें।
डीजीपी ने कहा, कि उत्तराखंड में हमने पिछले साल 53 करोड़ रुपए से ज्यादा के मामले सॉल्व किए हैं, और इन सभी मामलों में एक चीज कॉमन थी, और वो बैंक अवकाश का दिन था, और इन सभी मामलों में न तो बैंक हेल्पलाइन से पीड़ितों और न ही पुलिस को कोई मदद मिली थी।
इस दौरान डीजीपी ने ऐसे कई उदहारण देकर उनके समाधान के सुझाव भी दिए। पुलिस महा निदेशक ने सोशल मीडिया पर फेक न्यूज से बढ़ने वाले क्राइम के विषय में भी अपनी जानकारी साझा की, और इसके लिए सख्त कानून बनाए जाने की वकालत की।
बतादें सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर होने वाले साइबर क्राइम पर प्रस्तुतिकरण के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड को चयनित किया था। जिसको लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और डीजीपी अशोक कुमार ने पूरी तैयारी के साथ अपने सुझाव रखे हैं।
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