कनाडा की लुंजपुंज कानून व्यवस्था के चलते खालिस्तानियों की हिम्मत निरंतर बढ़ती जा रही है। दिवाली वाले दिन खालिस्तानियों ने खूब उत्पात मचाया और भारतीय झंडे तिरंगे को पैरों तले कुचल दिया। इस घटना के बाद से वहां रह रहे भारतीयों में रोष व्याप्त है और इसकी शिकायत पुलिस प्रशासन से की है। बंदीछोड़ दिवस पर कनाडा के शहर ब्रैम्पटन में दंगाईयों ने खालिस्तानी नारे लगाए, वहीं पर उन्होंने तिरंगे का अपमान भी किया।
दरअसल, भारत से ब्लैक लिस्टेड खालिस्तानी समर्थक कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में बंदीछोड़ दिवस की रात को अपने हाथों में खालिस्तानी झंडे लेकर पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। यह बात जब वहां रह रहे भारतियों को पता लगी तो वह भी अपनी-अपनी गाड़ियों से तिरंगे झंडो के साथ पहुंचे। गाडिय़ों में तिरंगे झंडे देख कर खालिस्तानी समर्थक भडक उठे और भारतीय कारों के आगे खड़े होकर जोर-जोर से खालिस्तानी नारे लगाने लगे। जिसके जबाव में कारों में बैठे भारतीय लोग भी हिन्दुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। खालिस्तानी सडक़ पर ओपन में खड़े थे जबकि तिरंगे लेकर भारतीय कारों में थे। इस बीच कुछ खालिस्तानी समर्थक तिरंगे झंडे पर टूट पड़े।
विदेशी धरती पर भी भारतीयों से मिली चुनौती पर बौखलाहट में खालिस्तानी समर्थकों ने कारों की खिड़कियों से तिरंगा फहरा रहे लोगों के हाथ से राष्ट्रीय ध्वज छीन कर जमीन पर फेंक कर दिया। उन्होंने पांवों के नीचे कुचल कर भारतीय तिरंगे का अपमान किया। जिससे कनाडा में रह रहे भारतीयों में खासा रोष है। उन्होंने वहां पर इसकी शिकायत भी की है।
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