पाकिस्तान हिंदुओं के साथ कैसा व्यवहार करता है एक बार फिर से पूरी दुनिया के समक्ष आ गया है। पाकिस्तान में एक बार फिर एक नाबालिग हिंदू लड़की का अपहरण कर इस्लामिक कट्टरपंथियों ने उसके साथ रेप किया और फिर इस्लामिक कन्वर्जन करवा दिया। इतना ही नहीं एक अपहरणकर्ता के साथ उसका निकाह भी करा दिया गया। वहीं, कोर्ट ने पीड़िता के साथ न्याय करने की बजाय अपहरणकर्ता के साथ ही रहने का आदेश सुना दिया।
ये हिंदू विरोधी फैसला कराची की अदालत का है, जहाँ पर पीड़िता का परिवार बार-बार कोर्ट में जज के सामने रो-रोकर ये कहता रहा कि उनकी बेटी नाबालिग है और जबरन उसका अपहरण किया गया था। कोर्ट ने आरोपित के ही पक्ष में फैसला सुनाया। पीड़िता की पहचान पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हैदराबाद शहर की रहने वाली 15 वर्षीय चंदा महाराज के तौर पर हुई है। 13 अक्टूबर को सिंध के हैदराबाद शहर से शमन मैगसी बलूच नाम के आरोपित ने अपहरण कर लिया था।
पीड़िता के परिजनों ने इसकी पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई। कई दिनों के बाद कराची पुलिस ने शहर में किराए के एक घर से पीड़िता को रेस्क्यू किया। पीड़िता ने अपने साथ हुई बर्बरता को बयाँ करते हुए बताया कि आरोपित अपहरण के बाद उसे कराची ले गए और उसका कन्वर्जन करवा दिया। एक सप्ताह तक उसके साथ रेप किया गया।
कोर्ट ने आरोपितों के पक्ष में फैसला सुनाते हुए उसे आरोपित के पास ही भेजे जाने का फैसला सुना दिया। कोर्ट का फैसला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद कोर्ट ने अपने फैसले में बदलाव करते हुए पीड़िता को कराची के शेल्टर होम में भेज दिया। पीड़िता की माँ का कहना है कि उन्हें न्याय व्यवस्था पर बिल्कुल भी भरोसा ही नहीं रहा। खास बात ये है कि आरोपित शमन मगसी बलूच के खिलाफ अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार नया नहीं
गौरतलब है कि इस्लामिक देश पाकिस्तान में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार कोई नई घटना नहीं है। हाल ही में एक अन्य घटना में सिंध के थारपारकर जिले के तंदू गुलाम अली के मुस्तफा ढोकर और शौकत अली ने 20 अक्टूबर को नाबालिग हिंदू लड़की जमसी मेघवार (14 वर्ष) का अपहरण कर लिया था। बाद में उसका कन्वर्जन कराने के बाद उसका निकाह जबरन शौकत से करा दिया गया। इस मामले में भी पुलिस ने पीड़िता की शिकायत तक लिखने से इनकार कर दिया। इसी तरह से 19 अक्टूबर को भी सिंध के सक्कर जिले में 17-18 साल की दो बहनों का तीन मुस्लिमों ने अपहरण कर लिया था।
इसी तरह के एक अन्य मामले में पिछले महीने सितंबर (2022) में पाकिस्तान में दलित हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखने वाली दो नाबालिग लड़कियों और 3 बच्चों की माँ का जबरन इस्लामिक कन्वर्जन करवा दिया गया था। 28 अगस्त 2022 को सिंध के ही शाहदादपुर इलाके की एक 8 साल की लड़की को खालिद और दिलशेख नाम के आरोपितों ने बाढ़ राहत चीजें दिलाने के नाम पर अपहरण किया था और उसके साथ दुष्कर्म किया था। इसके अलावा जून 2022 में सिंध की ही रहने वाली करीना नाम की हिंदू लड़की का अपहरण कर लिया गया था। बाद में करीना ने कोर्ट में खलील नाम के व्यक्ति से जबरन निकाह का बयान देते हुए अपने परिवार के साथ रहने की इच्छा जताई थी।
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