सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है। ये वीडियो दिल्ली का है और इसमें कहा गया है कि मुस्लिम समुदाय के लोग एक हिंदू के घर पर जबरन कब्जा करना चाहते हैं। आरोपियों ने उसके घर को चारों तरफ से घेर रखा है। डरा सहमा हिंदू परिवार कई दिनों से घर में कैद रहा। सोशल मीडिया के जरिए वीडियो जारी करके लोगों से मदद की गुहार लगाई है।
वीडियो में पीड़ित एक लड़का दिख रहा है, जो अपना नाम कुणाल बता रहा है और उसके साथ में उसकी बुजुर्ग नानी है। वीडियो में लड़का कह रहा है कि उसका नाम कुणाल है और दिल्ली के ब्रिजपुरी के गली नंबर 10, सी 10, 442 में पिछले 5 दिन से अपनी नानी के साथ घर में बंद है। इलाके कुछ मुसलमानों ने उसके घर को चारों तरफ से घेर रखा है।
पीड़ित कह रहा है कि आरोपियों में पुरुषों के साथ कुछ महिलाएं और लड़के भी शामिल हैं। आरोपी उनके घर में कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। पीड़ित कह रहा है कि वह 15 अक्टूबर से अपनी नानी के साथ उसी घर में कैद है। नानी दिव्यांग है। वीडियो में देखकर इनकी पीड़ा का अंदाजा लगाया जा सकता है। दोनों डरे सहमे हैं। नानी रो रही है।
हिंदू ईकोसिस्टम की टीम ने की मुलाकात
वीडियो वायरल होने के बाद हिंदू ईकोसिस्टम की टीम ने पीड़ितों से मुलाकात की है। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘कल से सोशल मीडिया में बृजपुरी की इन्हीं माता जी और इनके नाती का वrडियो वायरल है। हिंदू ईकोसिस्टम की टीम आज सुबह बृजपुरी के इस परिवार से मिलकर आयी है। इन माताजी के साथ कोई अन्याय नहीं होगा ये ज़िम्मेदारी हमारी है।’
क्या कहती है पुलिस
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस का बयान सामने आया है। पुलिस का कहना है कि मामला सांप्रदायिक नहीं है। ये संपत्ति विवाद का मामला है। बुजुर्ग ने इससे पहले अपने दो बेटों को संपत्ति से बेदखल करने के लिए डीएम कार्यालय में आवेदन किया था। इसी दौरान उनके बेटों ने जाली दस्तावेज बनवाकर एक शख्स को घर बेचने की कोशिश की थी। पुलिस ने तब एक बेटे भुवन को गिरफ्तार किया था। दूसरा बेटा मनोज है और वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। उनके मकान में दूसरे समुदाय का परिवार किराए पर रहता था। बुजुर्ग की बेटी ने एक सप्ताह पहले उसके घर में प्रवेश पर रोक लगा दी थी। पुलिस का यह भी कहना है कि बुजुर्ग मानसिक बीमारी से पीड़ित हैं। पुलिस ने उन्हें इलाज के लिए भेजा है।
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