पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सेना से सीधे टकरान के मूड में है। पीटीआई के सीनेटर आजम स्वाती द्वारा सेना प्रमुख और सेना के खिलाफ दिया गया भड़काऊ बयान और इसके समर्थन में उतरी पूरी पीटीआई के रुख से तो ऐसा ही लगता है। वैसे, आजम स्वाती फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं।
आजम को सेना से टकराने वाले एक बयान के बाद गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। तब से पीटीआई के वरिष्ठ नेताओं की ओर से उनके बयान के समर्थन और सेना के विरोध में लगातार बयान आ रहे हैं। पाकिस्तानी अखबार द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के एक मामले में अदालत द्वारा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके बेटे हमजा शहबाज को बरी किए जाने की खबर पर टिप्पणी करते हुए आजम ने अपने ट्वीट में सेना प्रमुख के खिलाफ भड़काऊ आरोप लगाए थे। उनके ट्वीट से साफ पता चलता है कि पीटीआई न सिर्फ सेना के एक या दो सदस्य को बल्कि अधिकांश को निशाना बना रही है।
यह पहली बार नहीं है जब पीटीआई नेताओं ने शीर्ष सैन्य कमान पर हमला किया हो, लेकिन सीधे कभी निशाने पर नहीं रखा। पीटीआई हमेशा ‘न्यूट्रल’ और ‘हैंडलर’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल सेना के खिलाफ करती रही है। लेकिन आजम ने सेना पर सीधा आरोप लगाया है। यह साथ ही यह भी धमकी दी कि यदि पार्टी प्रमुख इमरान खान ने अनुमति दी तो वह रावलपिंडी में सैन्य मुख्यालय के सीधे गेट -4 आ सकते हैं!
द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, स्वाती ने सेना पर यहां तक आरोप लगाया कि ‘आयातित सरकार’ के 5-6 सैन्य अधिकारी स्वामी हैं। सीनेटर के इस बयान के बाद ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी गिरफ्तारी की पीटीआई के कई नेताओं और समर्थक खुलकर विरोध कर रहे हैं। उन्हें पुलिस कस्टडी में प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया जा रहा है। पीटीआई भी स्वामी का खुलकर समर्थन कर रही है। एक ट्वीट में इमरान खान ने कहा, एक ट्वीट के लिए आजम स्वाती की हिरासत में यातना हमारे इतिहास में शर्मनाक कृत्य है। क्या यातना और धमकी लोगों को किसी व्यक्ति या संस्था का सम्मान कर सकती है?
इमरान खान ने जनता का समर्थन पाने के लिए मामले को मजहबी रंग देने के लिए कहा-पवित्र कुरान हमें सम्मान और अपमान सिखाता है। जो हमारे कर्मों के अनुसार है। इमरान ने सेना पर अप्रत्यक्ष तौर पर हमला करते हुए कहा कि जिन्होंने बड़े से बड़े अपराधियों को न केवल देश से अरबों की चोरी करके जवाबदेही से बचने की अनुमति दी है, बल्कि फिर से सत्ता में आने का रास्ता बनाया है, उनका अपमानित होना तय है। पीटीआई की डॉ मजारी ने कहा, हम अपने सीनेटर के साथ खड़े हैं। आप उनके ट्वीट देख सकते हैं। हम में से कई लोग समझते हैं। इस मामले को पाकिस्तान का जंग मीडिया समूह न केवल खूब उछाल रहा है, बल्कि सेना के साथ ही खड़ा नजर आ रहा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पीटीआई के फवाद चैधरी ने कहा, जंग समूह अब सत्तारूढ़ पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट यानी पीडीएम अब आधिकारिक प्रवक्ता बन गया है।
इस बीच, पीटीआई सीनेटर स्वाती को शनिवार को इस्लामाबाद जिला और सत्र अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें उनके खिलाफ विवादास्पद ट्वीट मामले में एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार, एक जिला एवं सत्र अदालत ने स्वाती की गिरफ्तारी के बाद पहले उन्हें दो दिन के रिमांड पर पुलिस हिरासत में भेजा था। एजेंसी की साइबर क्राइम विंग ने विवादास्पद ट्वीट को लेकर स्वाती के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उनकी गिरफ्तारी पर जिस तरह से प्रमुख विपक्षी दल पीटीआई के कड़े तेवर हैं, लगता है सेना और पाकिस्तान की किसी सियासी पार्टी में सीधी टक्कर होने वाली है। ऐसा हुआ तो नतीजा देखना काफी दिलचस्प होगा।
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