करीब डेढ़ साल से फरार चल रहे एक लाख रुपए के ईनामी आईपीएस मणिलाल पाटीदार ने आज सुबह यानि शनिवार को लखनऊ कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। निलंबित आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार के फरार रहने के कारण उनके ऊपर उत्तर प्रदेश सकरार ने एक लाख रूपए का ईनाम घोषित किया था। आज मणिलाल पाटीदार ने लखनऊ के अपर जिला सत्र न्यायाधीश भष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है। न्यायालय ने अभियुक्त मणि लाल पाटीदार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
अभियुक्त मणि लाल पाटीदार के खिलाफ आरोप है, कि महोबा जनपद का पुलिस अधीक्षक रहने के दौरान क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी को आत्महत्या के लिए उकसाया था। पुलिस की धन उगाही के कारण क्रशर कारोबारी की मौत हो गई थी।
उल्लेखनीय है, कि महोबा जनपद के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी को 8 सितंबर 2020 को संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लग गई थी। जिन्हें घायल हालत में कानपुर रेफर किया गया था। घटना के करीब 5 दिन बाद इलाज के दौरान इंद्रकांत की मृत्यु हो गई थी। गोली लगने के ठीक पहले इंद्रकांत ने 7 सितंबर 2020 को एक वीडियो जारी किया था। उस वीडियो में धन उगाही की बात का उल्लेख किया गया था।
वीडियो में इंद्रकांत ने अपनी जान पर खतरे की आशंका व्यक्त की थी। वीडियो में यह भी आरोप लगाया था, कि मणिलाल पाटीदार ने उनसे 6 लाख रुपए घूस के तौर पर मांगे थे। घूस न देने पर इंद्रकांत को हत्या करने अथवा फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गई थी।
9 सितंबर 2020 को मणिलाल पाटीदार को निलंबित कर दिया गया था। घटना के बाद मृतक के परिजनों ने मणिलाल पाटीदार, कबरई थाने के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक एवं दो अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। उसके बाद से मणिलाल पाटीदार फरार हो गए थे। इस दौरान प्रदेश सरकार ने उनकी गिरफ्तारी पर ईनाम भी घोषित किया था।
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