देश पर प्राण न्यौछावर करने वाले वीरों और बलिदानियों के जिलों में झुंझुनू का नाम सबसे अग्रणी पंक्ति में रहा है। आज भी जिले के हजारों जवान देश सेवा में सरहद पर अपने अदम्य साहस का परिचय दे रहे हैं। साहस और वीरता का परिचय देने पर ही उन्हें देश के बड़े सम्मान से नवाजा जाता है। ऐसी ही कहानी है खेतड़ी के नानू वाली बावड़ी के रहने वाले सीआरपीएफ के जवान बाबूलाल सैनी की। जिन्होंने अपना शौर्य दिखाते हुए वीरता का परिचय दिया और हिजबुल के आतंकियों को ढेर करने में सफलता हासिल की। इसी के चलते उन्हें राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से नवाजा गया है।
सीआरपीएफ की रेपिड एक्शन फोर्स के स्थापना दिवस समारोह पर देश की गृह राज्य मंत्री की ओर से मैडल व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। जानकारी के अनुसार खेतड़ी तहसील के नानूवाली बावड़ी पंचायत के ढाणी बगड़िया के रहने वाले बाबूलाल सैनी सीआरपीएफ की रेपिड एक्शन फोर्स में 226 बटालियन में तैनात हैं। बाबूलाल सैनी ने जम्मू कश्मीर के सोफिया में 17 अप्रैल 2020 में हुए आतंकवादी हमले के दौरान मुठभेड़ में अपने शौर्य वीरता का परिचय देते हुए आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के दो खूंखार आतंकियों को ढेर कर दिया था। जिस पर भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 15 अगस्त 2021 को यह पुरस्कार देने की घोषणा की थी।
हैदराबाद के रंगारेड्डी में रेपिड एक्शन फोर्स के मुख्यालय में शुक्रवार को हुए सीआरपीएफ के स्थापना दिवस पर गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा व सीआरपीएफ महानिदेशक सुजायलाल थाउसेन ने उन्हें यह पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इससे पूर्व भी बाबूलाल सैनी को सीआरपीएफ महानिदेशक द्वारा साहसी व उल्लेखनीय कार्यों के लिए दो बार सम्मानित किया जा चुका है।
जवान बाबूलाल सैनी ने बताया कि वह सीआरपीएफ के बल में शामिल होकर राष्ट्र की रक्षा के लिए सदैव तत्पर हैं तथा परम धैर्य के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। उनके सम्मानित होने पर खेतड़ी पालिका चेयरमैन गीता लीलाधर सैनी सहित अनेक ग्रामीणों ने बधाई देकर खुशी मनाई।
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