नशे को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करके सत्ता में आए आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री भगवंत मान सत्ता मिलने के बाद इस मोर्चे पर कितने सफल हुए हैं, इसकी ताजा मिसाल है यह बैनर। जिस पर युवाओं ने व्यंग्यात्मक तरीके से लिखा है कि ‘चिट्टा यहां मिलता है।’ यानी हेरोइन यहां मिलती है।
बठिंडा में नशे के खिलाफ पुलिस की तरफ से पुख्ता कार्रवाई नहीं करने पर विभिन्न स्थानों पर लोगों की तरफ से विरोध जताया जा रहा है। इसी तरह बठिंडा जिले के खण्ड मौड़ मंडी के गांव भाई बख्तौर में बिक रहे चिट्टा के खिलाफ लोगों ने मुहिम शुरू की है। इसमें गांव में गली-मोहल्लों में बोर्ड लगाए हैं, जिसमें लिखा गया है कि यहां चिट्टा नशा सरेआम बिकता है।
गांव के लखबीर सिंह ने बताया कि यहां नशे की सप्लाई सरेआम होती है। यहां 13 से 15 साल तक के किशोर चिट्टा पी रहे हैं। इस तरह के हालात के बाद गांव के लोगों ने बैठक कर उस बाबत मुहिम चलाने का फैसला लिया है, ताकि सरकार के कानों तक यह बात पहुंच सके कि पंजाब में नशा सरेआम बिक रहा है व नौजवान चोरी, डकैती जैसी वारदात कर रहे हैं।
गांव वालों का कहना है कि पुलिस के पास मामले की शिकायत करते हैं, लेकिन इसमें किसी तरह की कार्रवाई नहीं होती है। गांव में दुकानों में करियाना व दवा बेचने की जगह चिट्टा नशा बेच रहे हैं। पंजाब में आम आदमी पार्टी ने चुनावों में लोगों से वादा किया था कि नशे को जड़ से समाप्त कर देंगे, लेकिन सरकार इस वादे को निभाने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि नशा तस्कर सरेआम सप्लाई देते हैं। वहीं इसका विरोध करने वालों को धमकियां दी जाती हैं। वर्तमान में जोधपुर, कोटभारा, मौड़ मंडी में चिट्टे का नशा सरेआम मिल रहा है। वहीं दुकानों में ही सिरींज भी मिल जाती है। गांव के लोग धरना प्रदर्शन करने की बात कर रहे हैं, लेकिन वह नए तरीके से इस नशे के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं। लोग कहते हैं कि उड़ता पंजाब अब झाड़ू पर बैठकर उड़ रहा है।
टिप्पणियाँ