अल्मोड़ा में दो गुटों के आपसी झगड़े की वजह से दशहरे के दिन जिस रावण के पुतले का दहन नहीं हो पाया था, उसे अगले दिन देर रात फूंक दिया गया है। शहर के संभ्रांत नागरिकों के द्वारा झगड़ने वाले युवकों को बुलाकर आपसी राजीनामा करवाया गया, जिसके बाद सभी ने मिलकर जय श्री राम के जय घोष के साथ रावण के पुतले को लिटाकर उसका अग्नि दहन कर दिया।
बतादें, रावण पुतला समिति और और एक अन्य समिति के गुटों में आपसी मतभेद हो गया था। जिसके बाद दशहरा आयोजन समिति ने मौके पर निपटारा नहीं किया और उन्होंने रावण के पुतले को दशहरा मैदान में नहीं पहुंचाया, बल्कि उसकी बाजार में परिक्रमा करके वापस अपने प्रांगण में ले गए।
दशहरे के दिन रावण दहन नहीं होने की वजह से स्थानीय लोगो ने इस घटना से हो रही किरकिरी को देखते हुए, सभी पक्षों को एक स्थान पर बैठाकर गिले-शिकवे को दूर करवाया, और उसके बाद रावण दहन कर दिया गया।
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