हमेशा की तरह एक बार फिर अमेरिका का दोहरा चरित्र सामने आया है। भारत को अपना अच्छा दोस्त और हितैषी बताने वाले यूएस ने फिर से शातिरपन दिखाया है। एक तरफ जहां अमेरिका भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध साझा कर रहा है, तो दूसरी तरफ भारत का पड़ोसी और दुश्मन देश पाकिस्तान से भी अपनी लगातार नजदीकियां बढ़ाने में लगा हुआ है। जिसका ताजा उदाहरण अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम का पीओके दौरा है, जिसको लेकर पाकिस्तान में अमेरिकी एम्बेसी के एक ट्वीट ने भारत तक हलचल पैदा कर दी है। इस ट्वीट में पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर) को ‘आजाद कश्मीर’ कहा गया है।
बतादें, अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम 3 अक्टूबर को पीओके क्षेत्र के दौरे पर थे। इस अवसर पर वह पीओके के मुजफ्फराबाद पहुंचे, जहां वह मोहम्मद अली जिन्ना की याद में बने डाक बंगले पर गए। जिसके बाद यूएस एम्बेसी इस्लामाबाद की ओर से एक ट्वीट किया गया, इस ट्वीट में पीओके को आजाद कश्मीर कहा गया।
Ambassador Blome hosted a reception to meet with members of the Muzaffarabad chapter of @PakUSAlumni, the world’s largest U.S. alumni program. There are 950 #PUAN members in AJK. #PakUSat75 1/2 pic.twitter.com/z6OrMIx5Kn
— U.S. Embassy Islamabad (@usembislamabad) October 4, 2022
इस ट्वीट के बाद भारत के पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्बल ने एक ट्वीट करते हुए, पीओके को आजाद कश्मीर कहने पर रिएक्शन दिया। उन्होंने कहा, कि भारत एक बार नहीं बल्कि कई बार यह कह चुका है, कि पीओके भारत का क्षेत्र है, वहीं उन्होंने यह भी कहा, कि हम चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर का विरोध करते हैं, क्योंकि वह हमारी संप्रभुता को नुकसान पहुंचाता है, और यह बात अमेरिका को भी पता है।
Persisting in calling it AJK. India has repeatedly said PoK is Indian territory & we oppose CPEC bcoz it violates our sovereignty, US aware. Visit c’ld have been quiet without publicity. IsAmb ill briefed or is to convey US no longer considers it “disputed” territory. https://t.co/llmkCgfZwy
— Kanwal Sibal (@KanwalSibal) October 4, 2022
वहीं मामले में पाकिस्तान के पूर्व राजनायिक अब्दुल बासित ने कहा, कि हमारे लिए विचार करने की बात है, कि अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम ने पीओके को आजाद कश्मीर क्यों कहा ? क्योंकि कश्मीर मामले में अमेरिका हमेशा बीच की स्थिति में रहा है, अमेरिका ने हमेशा दोनों जगहों को अलग-अलग संबोधित किया है, जैसे भारत अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान अधिकृत कहकर संबोधित किया है।
अब्दुल बासित ने कहा, कि यह संभव है कि वैश्विक स्तर पर बदलावों को लेकर अमेरिका पाकिस्तान के साथ मसला सुलझाना चाहता हो, जिसके बाद सुपरपावर बन रहे चीन को अच्छी तरह से घेर सके। वहीं अब्दुल बासित ने कहा, कि यह फ्यूचर में देखने वाली बात होगी कि अमेरिका के राजदूत द्वार पीओके को आजाद कश्मीर कहने वाली बात के पीछे कोई बड़ा खेल है, या उन्होंने यूंही पीओके को आजाद कश्मीर बोल दिया।
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