देव महाकुंभ के साथ हिमाचल प्रदेश के कुल्लू का अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव बुधवार को शुरू हो गया है। इस वर्ष कुल्लू वासियों के लिए गर्व का विषय यह रहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस देव महाकुंभ के साक्षी बने ओर उन्होंने भगवान रघुनाथ जी के दर्शन किए।कुल्लू ढालपुर मैदान में उमड़ी हजारों लोगों की भीड़ के बीच प्रधानमंत्री ने भगवान रघुनाथ को नमन किया। देव डोलियों के प्रति श्रद्धा प्रकट कर आशीर्वाद लिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे ही रथ मैदान के साथ बने अटल सदन के मंच पर पहुंचे, मैदान में मौजूद हजारों की भीड़ ने हाथ हिलाकर उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने हाथ जोड़कर सभी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया तथा कुल्लू जिले के कोने-कोने से आए देवी-देवताओं की सुंदर पालकियों के साथ निकली भगवान रघुनाथ की भव्य रथ यात्रा के साक्षी बनें।
यह पहला अवसर था जब भारत के किसी प्रधानमंत्री ने कुल्लू के अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव में भाग लिया। पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भी श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। भगवान रघुनाथ जी की शोभायात्रा रथ मैदान पहुंची व पुजारियों द्वारा भगवान रघुनाथ जी को रथ पर विराजमान किया गया। उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी हजारों की भीड़ में रथ के समीप पहुंचे जहां कुल्लुवी परंपरा के अनुसार रघुनाथ जी के कारदार दानवेंद्र सिंह द्वारा बागा व कुल्लुवी टोपी भेंट की गई।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर और सांसद एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस समारोह में शामिल हुए।
बता दें कि बुधवार सुबह से ही रघुनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। भगवान रघुनाथ जी को परिवार सहित गर्भगृह से बाहर लाया गया जहां मंदिर के पुजारियों द्वारा भगवान रघुनाथ जी सहित अन्य मूर्तियों का श्रृंगार किया गया। सभी रस्मों को पूरा करने के बाद रघुनाथ जी की शोभायात्रा आयोजन स्थल के लिए रवाना हुई। ढोल-नगाड़ों की थाप के साथ दर्जनों देवी देवता व सैकड़ों रामभक्त रघुनाथ जी के साथ रथ मैदान पहुंचे। जहां हजारों लोग रथयात्रा के साथ जुड़े, जो इस भव्य देव समागम को देखने के लिए उत्सुक बैठे थे।
भगवान रघुनाथ जी को रथ में विराजमान किया गया व उसके पश्चात पूजा-अर्चना की गई। हजारों राम भक्तों द्वारा रथ को खींच कर रघुनाथ जी के अस्थाई शिविर पहुंचाया गया जहां भगवान रघुनाथ जी को विराजमान किया गया तथा राज परिवार द्वारा परंपरा के अनुसार सभी रस्मों को पूरा किया गया।
विदित रहे कि 05 अक्टूबर से 11 अक्तूबर तक भगवान रघुनाथ जी इस अस्थाई शिविर में रहेंगे ओर लंका दहन के बाद रघुनाथ मंदिर में वापस लौटेंगे। इस दौरान मंदिर की ही भांति प्रतिदिन पूजा अर्चना व भजन कीर्तन होगा। राज परिवार के लोग भी इन 7 दिनों तक अस्थाई शिविर में ही निवास करेंगे।
टिप्पणियाँ