पंजाब की काउंटर इंटेलिजेंस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। काउंटर इंटेलिजेंस की टीम ने फिरोजपुर से पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और इटली में बैठे हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी संघेड़ा के लिए काम करने वाले गांव जोगेवाल के सरपंच को गिरफ्तार किया। हरप्रीत सिंह का काम आतंकियों को पैसे देने के साथ-साथ उन्हें सुरक्षित पनाह देना था।
प्रेस नोट में डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि गैंगस्टरों के खिलाफ छेड़ी गई मुहिम के तहत पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा चलाए जा रहे मॉड्यूल का फिरोजपुर में भंडाफोड़ किया। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान जिला फिरोजपुर के गांव जोगेवाल के सरपंच हरप्रीत सिंह उर्फ हर के रूप में हुई।
डीजीपी ने कहा कि पिछले हफ्ते काउंटर इंटेलिजेंस की टीम ने एआईजी नवजोत सिंह माहल के नेतृत्व में छापामारी कर बलजीत सिंह मल्ली और गुरबख्श सिंह उर्फ गोरा संधू को गिरफ्तार किया गया था। दोनों से पूछताछ के बारे में लीड मिली थी कि जोगेवाल के सरपंच हरप्रीत सिंह के इटली में बैठे आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी संघेड़ा के साथ काफी नजदीकी है। उन्होंने यह भी बताया था कि गांव के सरपंच के कहने पर ही उन्हें हथियारों की जगह का पता चला था।
बता दें कि दोनों पकड़े गए आतंकियों बलजीत सिंह मल्ली और गुरबख्श सिंह उर्फ गोरा संधू से पुलिस ने एक एके-56 राइफल, एक मैगजीन और 90 जिंदा कारतूस उनकी बताई गई जगह से बरामद किए थे। डीजीपी ने बताया कि पकड़े गए सरपंच हरप्रीत सिंह उर्फ हर ने पुलिस पूछताछ में माना है कि वह कनाडा में बैछे लखबीर सिंह उर्फ लंडा और ईटली में बैठे हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी संघेड़ा के संपर्क में था। उसने लखबीर सिंह लंडा के कहने पर उसके एक साथी मेहता रोड अमृतसर निवासी जगजीत सिंह उर्फ जोटा को दस दिन के लिए मक्खू नगर में सुरक्षित पनाह उपलब्ध करवाई थी। जोटा के खिलाफ चार क्रिमिनल केस चल रहे हैं और वर्तमान में वह अमृतसर सेंट्रल जेल में बंद है।
डीजीपी गौराव यादव ने कहा कि सरपंच ने कस्टडी में माना है कि वह नशा तस्करी में भी शामिल रहा है। अभी हाल ही में तरनतारन में पकड़े गए नशा तस्कर नछत्तर सिंह उर्फ मोती के साथ वह मिलकर काम करता था। वह नछत्तर की ऩशे की खेप को इधर से उधर पहुंचाने का काम करता था।
हरप्रीत सिंह गैंगस्टरों के कहने पर पैसे इकठ्ठे करने का काम भी करता था। जो पैसे इकठ्ठा होता था वह आतंक फैलाने के लिए प्रयोग करता था। काउंटर इंटेलिजेंस जालंधर के एआईजी नवजोत सिंह माहल ने बताया कि इटली में बैठा हैप्पी संघेड़ा और कनाडा में बैठा लंडा उसे पैसे कहां से लेने है इसका पता भेजते थे। वह दोनों गैंगस्टरों के बताए गए पते पर जाकर कैश इकठ्ठा करता था। आगे यह पैसे आतंक फैलाने वालों की सहायता करने उन्हें आतंक का सामान उपलब्ध करवाने में इस्तेमाल करता था। उन्होंने कहा कि पकड़े गए सरपंच से अभी और भी बहुत सारे खुलासे होने की उम्मीद है।
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