उत्तराखण्ड राज्य को नमामि गंगे परियोजना के तहत् गंगा नदी जल प्रदूषण नियंत्रण हेतु लगभग 75 करोड़ की लागत परियोजना को राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार की 45 वीं कार्यकारी समिति की बैठक में सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान की गयी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीएम नरेन्द्र मोदी व केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा- नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत् स्वीकृत परियोजना जनपद देहरादून में बहने वाली गंगा की सहायक नदी सुसवा में प्रदूषण नियंत्रण हेतु अत्यधिक महत्वपूर्ण परियोजनाएं है, इस परियोजना के तहत् सुसवा नदी में गिर रहे प्रदूषित नालों को टैप कर सीवेज शोधन संयत्र के माध्यम से उपचारित किया जायेगा। परियोजना के एक 15 एम.एल.डी. क्षमता के सीवेज शोधन संयत्र (एस.टी.पी.) निर्माण, लगभग 3.5 कि0मी0 की सीवर लाईन एवं 15 साल का रख-रखाव स्वीकृत किया गया है।
जी. अशोक कुमार, महानिदेशक, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में उत्तराखण्ड राज्य से नितेश कुमार झा, सचिव, पेयजल एवं स्वच्छता, उत्तराखंड शासन द्वारा प्रतिभाग किया गया।
नितेश कुमार ने बताया कि इसी वर्ष माह मई से अभी तक राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार उत्तराखण्ड राज्य में राष्ट्रीय नदी गंगा की स्वच्छता एवं निर्मलता हेतु 189 करोड की 13 परियोजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गयी है। सभी परियोजनाओं पर शीघ्र ही कार्यवाही आरम्भ की जा रही है।
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