पाकिस्तान सिंध में आई भयंकर बाढ़ से विस्थापित होने वालों में जनजातीय हिन्दुओं की भी अच्छी-खासी संख्या है। लेकिन जहां मुस्लिम हताहतों को राशन-पानी की आपूर्ति हो रही है वहीं उन बेचारे हिन्दुओं को सिर छुपाने को टैंट तक नहीं दिए जा रहे हैं, खाना-पानी तो बहुत दूर की बात है।
ऐसे मुसीबत से घिरे हिन्दुओं की बहू-बेटियों पर मुस्लिम उन्मादी तत्वों की बुरी नजरें भी रहती हैं। अभी ताजा घटना यह है कि सिंध के झूड़ो बादिन इलाके में एक बाढ़ पीड़ित हिन्दू परिवार रो-रोकर बेहाल है लेकिन उसे मदद की बजाय पुलिस की लाठियां खानी पड़ रही हैं।

वहां एक हिन्दू दयाराम की पत्नी गुड्डी को मुस्लिम गुंडे उठा ले गए हैं, और उसका कोई अता-पता नहीं चल रहा है। साथ के हिन्दू परिवार और रिश्तेदारों ने बहरे प्रषासन के कानों तक अपनी गुहार पहुंचाने के लिए सड़क जाम की तो मौके पर पहुंची पुलिस ने आव देखा न ताव, उन्हीं मानसिक तौर पर टूट चुके हिन्दू पुरुषों और महिलाओं पर लाठियां भांजनी शुरू कर दीं। उनकी पुकार सुनने वाला वहां कोई नहीं है। (देखें वीडियो) नारायण दास भील ने अपने ट्विटर हैंडल से इस पूरे नजारे का वीडियो साझा किया है।
https://twitter.com/SheetalPahal12/status/1574714561173024768?t=6YbRj6leD78jmMTd9GCxEQ&s=19
हिन्दुओं के दर्द से बेखबर पाकिस्तान की गूंगी-बहरी सत्ता अपने सियासी खेलों और आतंकियों को पोसने में मस्त है।
क्या वैश्विक मानवाधिकारी मंच हिन्दू दमन की इन घटनाओं का संज्ञान लेंगे?
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