जोशीमठ। मानसून की वापसी की खबर आते ही चार धाम यात्रा में फिर से रौनक आ रही है। नवरात्र से लेकर दीपावली तक काफी संख्या में तीर्थ यात्री भगवान बदरी-केदार के दर्शन करेंगे। होटल और हेलीसेवाओं को लेकर यात्रियों की जानकारी दिनोंदिन बढ़ रही है।
जानकारी के मुताबिक बंगाल में दुर्गा उत्सव के बाद तीर्थ यात्री चार धाम यात्रा पर हर साल आते हैं। इस साल कोविड महामारी के बाद से बंगाली तीर्थ यात्रियों के बड़ी संख्या में आने की खबर है। इसी तरह से दशहरा के बाद गुजराती तीर्थ यात्री भी देवभूमि की यात्रा करते हैं। गुजरात के कारोबारी दशहरा तक अपना थोक व्यापार का सीजन खत्म कर तीर्थयात्रा अथवा पर्यटन स्थलों की तरफ निकल पड़ते हैं। नवरात्र के दिनों में गुजरात में देवी पूजन घर-घर में होता है। इसी दौरान उनका व्यापारी मौसम भी चलता है।
चार धाम यात्रा मार्ग पर हरिद्वार और ऋषिकेश तक आने वाली ट्रेनों और उड़ानों की बुकिंग फुल हो चुकी है। होटल, धर्मशालाओं में अक्टूबर माह में जगह नहीं है। यानी चारधाम यात्रा इस साल कपाट बंद होने से पहले यात्रियों के आने का रिकॉर्ड बना जाएगी।
दर्शनार्थियों /तीर्थयात्रियों की संख्या
1-श्री बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 8 मई 25 सितंबर शाम तक 1381141
2- श्री केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 6 मई से 25 सितंबर शायं तक 1268503
(हेलीकॉप्टर से पहुंचे 111521 तीर्थयात्री भी शामिल)
3- श्री यमुनोत्री धाम
कपाट खुलने की तिथि 3 मई से 25 सितंबर तक 443956
4- श्री गंगोत्री धाम
कपाट खुलने की तिथि 3 मई से 24 सितंबर तक 563508
• 25 सितंबर तक श्री बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंचनेवाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या का योग- 2649644
• 25 सितंबर तक श्री गंगोत्री-यमुनोत्री पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 1007464
25 सितंबर शाम तक उत्तराखंड चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थयात्रियों की संख्या 3657108
• श्री हेमकुंड साहिब- लोकपाल तीर्थ पहुंचे तीर्थयात्रियों की संख्या कपाट खुलने की तिथि 22 मई से अब अब तक 216715 यात्रियों ने दर्शन किए।
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