पंजाब पुलिस ने कनाडा स्थित गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लंडा और पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर हरविन्दर सिंह रिन्दा की तरफ से संयुक्त रूप से चलाए जा रहे आईएसआई समर्थित आतंकवादी माड्यूल का भंडाफोड़ किया है। दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी और अत्याधुनिक हथियारों की बरामदगी के साथ ही इस गिरोह का पर्दाफाश हो गया है।
पंजाब पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कनाडा स्थित लंडा पाकिस्तान स्थित वांछित और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) में शामिल हुए गैंगस्टर हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा का करीबी माना जाता है और इनके आईएसआई के साथ भी नजदीकी संबंध हैं। लंडा ने मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर रॉकेट प्रोपेलड ग्रेनेड (आरपीजी) आतंकवादी हमले की साजिश रचने में मुख्य भूमिका निभाई थी और अमृतसर में सब-इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह की कार के नीचे एक आईईडी भी लगाई थी।
गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान बलजीत सिंह मल्ली (25) निवासी गांव जोगेवाल, फिरोजपुर और गुरबख्श सिंह उर्फ गोरा संधू गांव बुह गुजऱां, फिरोजपुर के तौर पर हुई है। इस संबंध में और ज्यादा जानकारी देते हुए डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि कांउटर इंटेलिजेंस जालंधर के एआईजी नवजोत सिंह माहल के नेतृत्व में एक खुफिया कार्रवाई के दौरान पुलिस टीमों ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने गुरबख्श सिंह की तरफ से उसके गांव में बताए ठिकाने से दो मैगजीनें, 90 जिंदा कारतूस और दो गोलियों के खोल समेत एक आधुनिक ए. के-56 असाल्ट राइफल भी बरामद की है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि बलजीत इटली निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी संघेड़ा के संपर्क में था और उसके निर्देशों पर उसने जुलाई 2022 में गांव सूदण में मक्खू-लोहियाँ रोड पर स्थित निशानदेही वाली जगह से हथियारों की खेप हासिल की थी। बाद में उन्होंने टेस्ट फायर करने के बाद गुरबख्श के खेतों में यह खेप छुपा दी।
उन्होंने कहा कि यह भी पता लगा है कि बलजीत कनाडा स्थित लखबीर लंडा और अरश दल्ला समेत ख़तरनाक गैंगस्टरों के सीधे संपर्क में था। उन्होंने कहा कि आगे जांच जारी है और जल्द ही और हथियारों की बरामदगी की उम्मीद है।
(सौजन्य से सिंडिकेट फीड)
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