ईसाईयत से पीड़ित पंजाब से एक बड़ी खबर आई है। पठानकोट शाहपुरकंडी थाने के अंतर्गत गांव अखवाना में दो साल पहले ईसाई मत में शामिल हुए पांच परिवारों ने फिर से सनातन धर्म में वापसी की है। इन परिवारों ने कहा कि हमारा मतांतरण दो वर्ष पहले कराया गया था। प्रलोभन दिया गया था कि घर में उन्नति होगी। आपके अंदर जो भूत-प्रेत है, वह निकल जाएंगे। उन्होंने हमें पानी और भभूत बना कर दी थी। कहा गया था कि पानी का अपने घर के अंदर छिड़काव कर देना और भभूत खा लेना। आपके अंदर का जो भूत है, वह निकल जाएगा। आपके घर में सुख व शांति बनी रहेगी। आप किसी के घर का खाना मत खाना। मंदिर में माथा टेकने मत जाना। मंदिर का प्रसाद भी मत खाना। बार-बार हमें यही कहते थे कि आप अधिक से अधिक लोगों को हमारे साथ जोड़ें। अपने घरों में हमारा कीर्तन करवाएं। परिवारों ने कहा कि जो भी हमसे कहा गया था, उसमें से दो वर्षों में कुछ भी नहीं हुआ।
हिंदू सुरक्षा समिति के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र मन्हास ने बताया कि सूचना मिली थी कि गांव अखवाना में लगभग 35 परिवार हिंदू धर्म छोडक़र ईसाई बन चुके हैं। हमने गांव अखवाना में हिंदू सुरक्षा समिति की महिला प्रधान सुमन ठाकुर को इसका पता लगाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। सुमन ठाकुर ने इन परिवारों के साथ संपर्क करके पांच परिवारों को पुन: हिंदू धर्म में वापसी करने को कहा। उक्त परिवार मान भी गए। सुमन ने सुरेंद्र मन्हास के नेतृत्व में इन परिवारों को गंगाजल पिलाया व उनके घरों में गंगाजल का छिड़काव करवाया। फिर केसरिया पटका पहनाकर उनकी दोबारा हिंदू धर्म में वापसी करवा दी। सुरेंद्र मन्हास ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले गांव जैनी ऊपरली में एक नाबालिग सिख लड़की का मतांतरण करवाया गया था। उसकी भी दोबारा सिख पंथ में वापसी हो चुकी है। इसी तरह हिंदू धर्म के लोगों को भी ईसाई मिशनरी तरह-तरह के प्रलोभन देकर अपने धर्म में ले जा रहे हैं। यह निंदनीय कार्य है।
धर्म जागरण मंच के प्रदेश प्रभारी डा. अनिल महाजन ने कहा कि मतांतरण पूरे प्रदेश में करवाया जा रहा है। यह विदेशी शक्तियों की मदद से करवाया जा रहा है। हिंदू धर्म के लोगों को इनसे बचना चाहिए। जिस धर्म में हमने जन्म लिया है, उसी में हमें रहना चाहिए। इस मौके पर हिंदू सुरक्षा समिति की, महिला विंग की जिला प्रधान सुधा शर्मा, महासचिव अंजलि, वाइस चेयरमैन विक्की ठाकुर, हिंदू तख्त के प्रचारक पुनीत, जिला प्रधान दिनेश, कुलदीप सिंह, करनैल सिंह, दिलीप सैनी, कमलदीप कौर, ऊषा देवी, रीना देवी, इंदु बाला, कमलेश कुमारी, कांता देवी व बिंदु बाला आदि मौजूद थे।
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