यमुना नदी को स्वच्छ बनाने के लिए सफाई अभियान और रैली

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WEB DESK

‘पुनीत सागर अभियान’ के अंतर्गत नेशनल कैडेट कोर से जुड़े छात्र देशभर की नदियों के घाटों की सफाई कर रहे हैं। इन छात्रें ने दिल्ली में 21 सितंबर को यमुना नदी के एक घाट की सफाई की।

भारत के युवाओं को अनुशासित और देशभक्त बनाने के लिए समर्पित नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) की एक अन्य पहल इन दिनों काफी चर्चा में है। यह पहल है इसके द्वारा चलाया जा रहा ‘पुनीत सागर अभियान।’ इस अभियान के अंतर्गत एनसीसी के कैडेट्स देशभर की नदियों के घाटों की साफ-सफाई कर रहे हैं। साथ ही ये छात्र लोगों को इस बात के लिए जागरूक कर रहे हैं कि घाटों को साफ रखें। इससे व्यक्ति कई बीमारियों से बच सकता है, साथ ही नदियां प्रदूषित होने से बचेंगी। इसी कड़ी में गत 21 सितंबर को ‘पुनीत सागर अभियान’ दिल्ली में यमुना नदी के किनारे चला। एनसीसी के 50 युवाओं ने सलीमपुर घाट की सफाई की। इसमें सेना के उन अधिकारियों ने भी भाग लिया, जो एनसीसी के कैडेट्स को प्रशिक्षित करते हैं। एनसीसी से जुड़े कई विद्यालयों और महाविद्यालयों के छात्रों ने कई घंटे तक सलीमपुर घाट की सफाई की। इन छात्रों ने नदी के किनारे लगभग एक किलोमीटर क्षेत्र की सफाई की। इन लोगों ने वहां पड़े कागज के टुकड़ों, प्लास्टिक, फटे-पुराने कपड़ों, पत्तों और अन्य मानव-जनित गंदगी को हटाया।
इसमें दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों की भी मदद ली गई। निगम की कूड़ा गाड़ियों के जरिए घाट से मिले कूड़ों को कूड़ा घर तक पहुंचाया गया। इन छात्रों का मार्गदर्शन करने और उत्साह बढ़ाने के लिए कर्नल विवेक सहाब मौजूद थे। उन्होंने नदी घाटों की सफाई पर जोर देते हुए कहा कि हमारे छोटे-छोटे प्रयासों से पूरा देश साफ हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सफाई अभियान निरंतर चलता रहे।
सफाई के बाद इन छात्रों ने आसपास के क्षेत्रों में जागरूकता रैली का भी आयोजन किया। इसमें सफाई से जुड़े एक वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी किया गया। रैली में भाग ले रहे लोग सफाई के महत्व से जुड़े नारे भी लगा रहे थे। इनमें एक नारा बहुत ही चर्चित रहा। वह नारा था- ‘नदियों को रखें साफ, वरना नहीं करेगी आने वाली पीढ़ी हमें माफ।’
स्थानीय लोगों में इस नारे का व्यापक असर भी देखा गया। उन लोगों ने यमुना को गंदा न करने का संकल्प लिया।
उल्लेखनीय है कि ‘पुनीत सागर अभियान’ देशभर में जोर-शोर से चल रहा है। इसकी शुरुआत दिसंबर, 2021 में हुई थी। एक रिपोर्ट के अनुसार अब तक 127 एनसीसी इकाइयों के लगभग 3,90,000 एनसीसी कैडेटों ने इस अभियान में भाग लिया है और लगभग 19 टन प्लास्टिक कचरा एकत्र किया है।

प्रस्तुति: संजीव

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